कोरोना वायरस के डर से AMU में परीक्षाएं स्थगित, देश में बढ़े कोरोना के मामले, अब तक 43 लोगों में हुई पुष्टि

एएमयू के दूरस्थ शिक्षा केंद्र के निदेशक प्रोफेसर नफीस अंसारी ने कहा कि हमारे यहां से चार डिग्री पाठ्यक्रमों- बी.कॉम, एम.कॉम, बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस, बीएससी कंप्यूटर एप्लीकेशन में 6 हजार विद्यार्थी नामांकित हैं। वे अब 1 अप्रैल से परीक्षा में शामिल होंगे।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश में भर में कोरोना वायरस से लोग दहशत में है। देश में अब तक कोरोनाव वायरस के 42 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष सचिव संजीव कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस के अब तक कुल 43 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इस बीच अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) ने अलीगढ़, केरल, मुर्शिदाबाद (पश्चिम बंगाल), किशनगढ़ (बिहार) और दिल्ली के विद्यार्थियों के लिए दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रम की सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। परीक्षाएं 15 मार्च से होनी थीं। कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।

एएमयू के दूरस्थ शिक्षा केंद्र के निदेशक प्रोफेसर नफीस अंसारी ने कहा, “हमारे यहां से चार डिग्री पाठ्यक्रमों- बी.कॉम, एम.कॉम, बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस, बीएससी कंप्यूटर एप्लीकेशन में छह हजार विद्यार्थी नामांकित हैं। वे अब 1 अप्रैल से परीक्षा में शामिल होंगे।”

उन्होंने आगे कहा कि कोरोनावायरस के प्रसार के डर को देखते हुए यह निर्णय लिया गया और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने भी बड़े पैमाने पर लोगों के एकत्र होने से बचने के लिए निर्देश जारी किए हैं।


यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को दी एक विज्ञप्ति में कहा, “परिसर में समारोहों से बचें। कोई भी छात्र या कर्मचारी यदि कोविड-19 से प्रभावित देश से आया है या फिर पिछले 28 दिनों में किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहा है, तो उस पर निगरानी रखी जानी चाहिए और उसे 14 दिनों के लिए घर में अलग से रखा जाना चाहिए।”

इस बीच विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय ने सभी वार्षिक हॉल फंक्शंस और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया है। कैनेडी सभागार में कार्यों के आयोजन के लिए कोई अनुमति नहीं दी जाएगी।

कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं?

कोरोना वायरस एक विषाणुजनित रोग है। जो चीन में काफी फैला हुआ है। धीरे-धीरे ये वायरस दूसरे देशों में भी तेजी से फैल रहा है। बुखार खांसी-जुकाम, गले में खराश होना इस वायस के लक्षण हैं। हालत ज्यादा गंभीर होने पर इंसान को सांस लेने में तकलीफ और न्यूमोनिया होने लगता है।

कैसे करें बचाव?

इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, सावधानी और सतर्कता से बचाव आसान है। कोरोना वायरस के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन फिलहाल नहीं है। सिर्फ लक्षण और डॉक्टरों की सलाह से इसका इलाज किया जाता है।

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Published: 09 Mar 2020, 12:21 PM
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