भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अमेरिकी सहायता का मामला, उमर अब्दुल्ला बोले- ईसी को स्पष्टीकरण देना चाहिए

अमेरिकी सरकार के दक्षता विभाग ने हाल ही में कई खर्चों में कटौती की घोषणा की। विभाग ने भारत में "मतदान प्रतिशत" बढ़ाने के लिए आवंटित 2.1 करोड़ डॉलर की कटौती भी की है।

 मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सामान्य स्थिति अभी पूरी तरह बहाल नहीं हुई है।
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नवजीवन डेस्क

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को कहा कि निर्वाचन आयोग को उन खबरों पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए, जिनमें कहा गया है कि अमेरिका ने भारत में ‘मतदान प्रतिशत’ बढ़ाने के लिए 2.1 करोड़ डॉलर खर्च किए।

एक समारोह से इतर संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विदेशी हस्तक्षेप का कड़ा विरोध किया।

अब्दुल्ला ने कहा, "यह (विदेशी हस्तक्षेप) नहीं होना चाहिए। अब तक, विदेशी हस्तक्षेप का कोई प्रमाण नहीं है… निर्वाचन आयोग को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या हमारे चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप हुआ था, क्योंकि अब तक हमारा मानना रहा है कि हमारे चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कराए गए थे।"


वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें ट्रंप ने भारत में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए धन खर्च करने की आवश्यकता पर सवाल उठाया था। ट्रंप ने यह भी अनुमान जताया कि पूर्ववर्ती बाइडन प्रशासन भारत में किसी और को सत्ता में लाने का प्रयास कर रहा था।

मुख्यमंत्री ने कहा, "यह अमेरिका का मामला है कि वह किसे सहायता राशि देना चाहता है और किसे नहीं।"

अमेरिकी सरकार के दक्षता विभाग ने हाल ही में कई खर्चों में कटौती की घोषणा की। विभाग ने भारत में "मतदान प्रतिशत" बढ़ाने के लिए आवंटित 2.1 करोड़ डॉलर की कटौती भी की है।

पीटीआई के इनपुट के साथ

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