"पेड न्यूज" रोकने के लिए सोशल मीडिया इन्फलुएंसर भी निगरानी के दायरे

चुनाव आयोग का कहना है कि अगर कई सोशल मीडिया इन्फलुएंसर के खातों पर उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार का एक जैसा रुझान नजर आता है और इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन प्रतीत होता है, तो आयोग का मीडिया निगरानी प्रकोष्ठ इसका संज्ञान लेगा।’’

प्रतीकात्मक तस्वीर
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पीटीआई (भाषा)

लोकसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग पेड न्यूज का प्रसार रोकने के लिए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के अकाउंट पर भी नजर रखेगा। इस बारे में विशेष तैयारी की गई है। मध्य प्रदेश के इंदौर में जिला निर्वाचन कार्यालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि चुनावों को प्रभावित करने की हर कोशिश पर नजर रखी जाएगी।

ध्यान रहे कि पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान उम्मीदवारों के प्रचार से जुड़ा एक जैसा कंटेंट शहर के कई सोशल मीडिया इन्फलुएंसर केअकाउंट पर नजर आया था जिससे "पेड न्यूज" की आशंका पैदा हुई थी। इस बारे में इंदौर जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने कहा,‘‘अगर कई सोशल मीडिया इन्फलुएंसर के खातों पर उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार का एक जैसा रुझान नजर आता है और इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन प्रतीत होता है, तो हमारा मीडिया निगरानी प्रकोष्ठ इसका संज्ञान लेगा।’’

उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगर लोकसभा चुनावों के दौरान सोशल मीडिया इन्फलुएंसर नियम-कायदों का उल्लंघन करते हैं, तो उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।जिलाधिकारी ने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों की भी पहचान की जाएगी और संबंधित लोगों के खिलाफ उचित कदम उठाए जाएंगे।

मतदाताओं की तादाद के लिहाज से मध्य प्रदेश में सबसे बड़े इंदौर लोकसभा क्षेत्र में 25.13 लाख लोगों को मताधिकार हासिल है। इस सीट पर 13 मई को मतदान होना है।

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