पंजाब में 'रेल रोको' आंदोलन का असर, रेल पटरियों पर धरने पर बैठे किसान, ट्रेन सेवाएं बाधित होने से यात्री परेशान
किसानों ने अपनी मांग पूरी नहीं करने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ट्रेन सेवाएं बाधित होने की वजह से यात्रियों को असुविधा हुई।
![फोटो: सोशल मीडिया](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2024-03%2F3f7ebc08-2929-4bb7-a477-77318ad0a765%2FFarmers_Protest.png?rect=0%2C0%2C1200%2C675&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
देशभर में किसान ‘रेल रोको’ आंदोलन कर रहे हैं। इसका कई जगहों पर असर देखने को मिल रहा है। एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को पूरा करने को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर ‘रेल रोको’ आंदोलन के तहत रविवार को पंजाब के विभिन्न इलाकों में किसान रेल पटरियों पर धरने पर बैठ गए।
किसानों ने अपनी मांग पूरी नहीं करने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। ट्रेन सेवाएं बाधित होने की वजह से यात्रियों को असुविधा हुई। प्रदर्शन दोपहर 12 बजे शुरू हुआ और शाम चार बजे तक खत्म होगा।
पंजाब में किसानों ने कहा है कि वे अमृतसर, लुधियाना, तरनतारन, होशियारपुर, फिरोजपुर, फजिल्का, संगरूर, मनसा, मोगा और बठिंडा समेत 22 जिलों में 52 स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना देंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने लोगों से बड़ी संख्या में प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल किसान संगठन भारती किसान यूनियन (एकता उगराहां), बीकेयू (दकौंदा-धनेर) और क्रांतिकारी किसान यूनियन भी 'रेल रोको' आंदोलन में भाग ले रहे हैं।
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