मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में खतरे में ईवीएम, सीसीटीवी फुटेज से हड़कंप, क्या बीजेपी का है कोई खेल !

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में मतदान के बाद स्ट्रॉंग रूम में रखी ईवीएम मशीनों में हेरफेर की आशंका सामने आई है। मध्य प्रदेश से सामने आए दो वीडियो ने ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिये हैं। कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए संपन्न हुए मतदान के बाद ईवीएम में हेरफेर की आशंका को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। खासकर मध्य प्रदेश में चुनाव के बाद सामने आईं कई घटनाओं ने ईवीएम सुरक्षा पर सवाल उठाने शुरू ही किये थे कि अब ईवीएम से जुड़े दो वीडियो ने बवाल खड़ा कर दिया है। शनिवार को कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने दो वीडियो ट्वीट कर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव के बाद ईवीएम की सुरक्षा और उसमें हेराफेरी पर सवाल खड़े किये हैं।

पहला वीडियो किसी स्ट्रॉंग रूम के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज का है, जिसमें कुछ लोग रात के अंधेरे में बड़े-बड़े कार्टूनों में कोई चीज स्ट्रॉंग रूम के अंदर ले जाते दिखाई दे रहे हैं, जहां चुनाव के बाद ईवीएम मशीनें रखी गई हैं। दूसरी तस्वीर एक बस की है, जिसमें ढेर सारी ईवीएम रखी हैं। वीडियो ट्वीट करते हुए अहमद पटेल ने लिखा, “मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कुछ लोग अपनी हार को देखते हुए स्ट्रॉंग रूम में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं, जो उनकी घबराहट दिखाता है। चुनाव आयोग से इस मामले की जांच और ठोस कार्रवाई करने की मांग करता हूं।”

इससे पहले मध्य प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के बाद सागर जिले में दो दिन बाद ईवीएम के स्ट्रॉंग रूम पहुंचने का मामले ने विवाद खड़ा कर दिया था। इसके अलावा शुक्रवार की सुबह राजधानी भोपाल में स्ट्रांगरूम के बाहर लगी एलईडी के अचानक बंद हो जाने की घटना और खरगोन जिले में स्ट्रॉंग रूम में ईवीएम मशीनों में छेड़छाड़ के मामले भी सामने आए थे। इन घटनाओं के सामने आने के बाद कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ईवीएम मशीनों में हेरफेर को लेकर साजिश की आशंका जताते हुए आयोग से शिकायत की है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगाह करते हुए निर्देश दिया कि वे स्ट्रांग रूम की निगरानी में जीजान से जुट जाएं, ताकि बीजेपी मशीनों में किसी तरह की गड़बड़ी ना कर पाए.

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए कहा, "भोपाल में स्ट्रॉंग रूम के बाहर लगी एलईडी बन्द होना, सागर में गृहमंत्री की विधानसभा सीट की ईवीएम मशीनों का 48 घंटे बाद पहुंचना, सतना-खरगोन में अज्ञात बक्से स्ट्रांग रूम में ले जाने के वीडियो सामने आना कहीं न कहीं बड़ी साजिश की तरफ इशारा करती हैं। एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि संभावित हार को देखते हुए बीजेपी लोकतंत्र और जनता के मत को कुचलने पर आमादा है। ये सरकार के संरक्षण में लोकतंत्र की हत्या का प्रयास है। चुनाव आयोग शीघ्र सख्त कदम उठाए और मतगणना तक ईवीएम की कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करे।"

कांग्रेस नेता के ट्वीट पर राज्य निर्वाचन आयोग ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मुख्य निर्वाचन कार्यालय फिर से इस बात पुष्टि करता है कि सभी ईवीएम छेड़छाड़ रहित हैं। सभी ईवीएम सीलबंद स्थिति में सुरक्षित कमरों में बारी सुरक्षा व्यवस्था में हैं। खास बात ये है कि सभी ईवीएम पुलिस बल और राजनीतिक दलों की संयुक्त निगरानी में हैं।

गौरतलब है कि एक दिन पहले प्रदेश के सागर जिले के खुरई विधानसभा क्षेत्र से मतदान के 48 घंटे बाद ईवीएम के मुख्यालय पहुंचने पर हंगामा खड़ा हो गया था। कांग्रेस का आरोप है कि ये मशीनें जहां से आई हैं, वहां से प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं खरगोन जिले में महाविद्यालय परिसर स्थित स्ट्रांग रूम में चुनाव के दो दिन बाद बाहर से और ईवीएम लाकर रखे जाने की खबर से हंगामा खड़ा हो गया

बता दें कि मध्यप्रदेश का चुनाव खत्म हो चुका है। अब सभी की नजरें 11 दिसंबर को होने वाले मतगणना पर टिकी हुई हैं। लेकिन उससे पहले ईवीएम में हेरफेर का लगातार आ रही खबरों ने संदेह खड़ा कर दिया है।

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