'फेक न्यूज देश में बड़ा बवाल मचा सकती है, Fake News का Fact Check जरूरी', PM मोदी के इस बयान पर लोगों ने पूछे सवाल

पीएम मोदी के 'फेक न्यूज का फैक्ट चेक' वाले इस बयान को लेकर लोग ट्विटर पर उनसे सवाल भी कर रहे हैं और चुटकी भी ले रहे हैं। कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास ने पीएम मोदी से सबसे पहले अपने नेताओं को समझाने के लिए कहा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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रवि प्रकाश @raviprakash24

हरियाणा के सूरजकुंड में 2 दिवसीय चिंतन शिविर के दूसरे दिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सत्र को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि एक फेक न्यूज पूरे देश में बवाल खड़ा कर सकती है, इसलिए फेक न्यूज का फैक्ट चेक करना जरूरी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश में टेक्नोलॉजी तेजी से बढ़ रही है। वहीं जितनी तेजी से भारत आगे बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से चुनौतियां भी बढ़ रही है। ऐसे में सोचल मीडिया की शक्ति को हमें उसके काम मात्र से नहीं आंकना चाहिए। एक छोटी सी फेक न्यूज देश में बवाल खड़ा कर सकती है। उन्होंने बताया कि आरक्षण को लेकर भी फेक न्यूज फैलने पर ऐसा ही हुआ था। ऐसे में लोगों को जागरूक करते रहना होगा, ताकि भरोसा करने और कुछ भी फॉरवर्ड करने से पहले लोग फैक्ट चेक करें। फेक न्यूज को रोकने के लिए इसके और सोसाइटी के बीच में बड़ी शक्ति खड़ी करनी होगी।

पीएम मोदी के 'फेक न्यूज का फैक्ट चेक' वाले इस बयान को लेकर लोग ट्विटर पर उनसे सवाल भी कर रहे हैं और चुटकी भी ले रहे हैं। कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास ने पीएम मोदी से सबसे पहले अपने नेताओं को समझाने के लिए कहा है। उन्होंने एक वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें पीएम मोदी के बायन (जिसमें वो फेक न्यूज के बारे में बात कर रहे हैं) और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का वह बयान जिसमें राहुल गांधी से विवेकानंद की प्रतिमा को प्रणाम करने की सलाह देती दिख रही हैं, को भी पोस्ट किया है। साथ ही उन्होंने वीडियो में लिखा, मोदी जी सबसे पहले ये बात अपनी नेता को समझाइए। श्रीनिवास ने तंज कसते हुए कहा कि, "फेक न्यूज के बारे में मोदी जी को सुनकर आज ऐसा लगा, मानो चाँद धरती पर उतर आया हो।"


वहीं रिटायर्ड आइआएस सूर्य प्रताप सिंह ने पीएम मोदी से सवाल किया कि क्या फेक न्यूज का फैक्ट चेक की ये सलाह आपके कार्यकर्ताओं के लिए भी है या सिर्फ विपक्ष के लिए? सूर्य प्रताप सिंह ने पीएम मोदी के फैक्ट चेक वाले बयान से संबंधित बीबीसी हिन्दी के ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा, "यह सलाह  फे़क न्यूज़ का फैक्ट चैक ज़रूरी है-PM मोदी। क्या ये अपनी IT सेल और Whattsapp यूनिवर्सिटी के कारिंदों को भी नसीहत है…या केवल विपक्ष के लिए ही?

वरिष्ठ पत्रकार अजीत अंजुम ने भी पीएम मोदी के इस बयान पर चुटकी ली है। उन्होंने भी बीबीसी हिंदी के पीएम मोदी के बयान वाले पोस्ट को शेयर कहा कि, "बात तो मोदी जी ने सही कही है एक बार मालवीय एंड एसोसिएट्स को बुलाकर मोदी जी को मीटिंग करनी चाहिए ...."


दरअसल हरियाणा के सूरजकुंड में राज्यों के गृह मंत्रियों का दो दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित किया जा रहा है। चिंतन शिविर के दूसरे दिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सत्र को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि एक फेक न्यूज पूरे देश में बवाल खड़ा कर सकती है, इसलिए फेक न्यूज का फैक्ट चेक करना जरूरी है। लेकिन बीजेपी नेताओं और आईटी सेल पर फेक न्यूज फैलान के आरोप लगते रहे हैं। अब पीएम मोदी ने भी फैक्ट चेक की जरूरत के बारे में बताया है। इसी को लेकर लोग उनसे सवाल कर रहे हैं।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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