मशहूर पंजाबी कवि-लेखक सुरजीत पातर का निधन, 79 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
पातर की प्रख्यात काव्य रचनाओं में ‘हवा विच लिखे हर्फ’, ‘हनेरे विच सुलगदी वरनमाला’, ‘पतझड़ दी पाजेब’, ‘लफ्जां दी दरगाह‘ और ‘सुरजमीन’ शामिल हैं।
![फोटो: सोशस मीडिया](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2024-05%2F001ed67d-a0ff-4fd5-a721-4493f0484571%2FSurjeet_Patar.png?rect=0%2C0%2C1200%2C675&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
मशहूर पंजाबी कवि और लेखक सुरजीत सिंह पातर का शनिवार सुबह उनके आवास में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। पातर के परिजन ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पातर नींद से जागे ही नहीं। प्रख्यात कवि पातर को 2012 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। वह पंजाब कला परिषद के अध्यक्ष भी थे।
पातर की प्रख्यात काव्य रचनाओं में ‘हवा विच लिखे हर्फ’, ‘हनेरे विच सुलगदी वरनमाला’, ‘पतझड़ दी पाजेब’, ‘लफ्जां दी दरगाह‘ और ‘सुरजमीन’ शामिल हैं।
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