दिल्ली वासियों को किसान आंदोलन पड़ सकता है भारी, मोदी सरकार ने नहीं निकाला हल तो आने वाली हैं ये मुसीबतें!

सवाल यह है कि अगर समय रहते मोदी सरकार किसानों की मांगों का हल नहीं निकालती तो क्या होगा? जैसा की किसानों ने चेतावनी दी है कि वो दिल्ली को जोड़ने वाले सभी रास्तों को बंद कर देंगे। ऐसे में रास्तों के बंद होने से दिल्ली वासियों की मुश्किलें बढ़ जाएगी।

फोटो: सोशल मीडिया
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हैदर अली खान

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का पिछले पांच दिनों से आंदोलन जारी है। दिल्ली बॉर्डर पर किसान डटे हुए हैं। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार बिना शर्तों के उनसे बात कर उनकी मांगों का हल नहीं निकालती है तो वो दिल्ली को जोड़ने वाले सभी रास्तों को जाम कर देंगे। किसानों का आंदोलन लंबा खिंच रहा है। पांच दिन से आंदोलनरत किसानों का गुस्सा धीरे-धीरे बढ़ रहा है। ऐसे में अगर किसानों ने दिल्ली आने वाले रास्तों को बंद किया तो दिल्ली वासियों की मुश्किलें बढ़नी तय हैं।

किसानों ने दिल्ली आने वाले रास्तों को जाम किया तो क्या होगा?

सवाल यह है कि अगर समय रहते मोदी सरकार किसानों की मांगों का हल नहीं निकालती तो क्या होगा? जैसा की किसानों ने चेतावनी दी है कि वो दिल्ली को जोड़ने वाले सभी रास्तों को बंद कर देंगे। ऐसे में रास्तों के बंद होने से दिल्ली वासियों की मुश्किलें बढ़ जाएगी। जाहिर रास्तों के बंद होने से दिल्ली में होने वाली जरूरी सामानों की सप्लाई बाधित हो जाएगी। जैसे ही सप्लाई बाधित होगी इसका असर बाजारों में दिखने लगेगा। फल और सब्जियां और महंगाई हो जाएंगी। वहीं, जरूरी दवाइयों की सप्लाई पर भी असर पड़ेगा, जिन्हें रोड के जरिए दिल्ली पहुंचाया जाता है।

किसानों के आंदोलन को देखते हुए आज से सिंघु और टिकरी बॉर्डर यातायात के लिए बंद कर दिए गए हैं। किसानों के आंदोलन का असर अभी से ही दिल्ली की मंडियों पर दिखने लगा है। किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली से हरियाणा और पंजाब की तरफ जाने वाली सड़कों पर यातायात प्रभावित होने से दिल्ली में फलों और सब्जियों की सप्लाई पर असर पड़ा है। फल-सब्जियों की बड़ी मंडी, दिल्ली की आजादपुर मंडी में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से फलों और सब्जियों की आपूर्ति पर किसान आंदोलन के कारण असर पड़ा है। मंडी के काराबारियों के मुताबिक, किसान आंदोलन के कारण जगह-जगह जाम लगने से फलों और सब्जियों की सप्लाई बाधित हुई है।


दिल्ली के आजादपुर मंडी के कारोबारी और पोटैटो एंड ऑनियन मर्चेंट एसोसिएशन के मुताबिक, प्रदर्शन के दौरान दूध, फल, सब्जी जैसी रोजमर्रा की जरूरतों की चीजों की आपूर्ति नहीं रोकी जाती है, लेकिन यहां इनकी आपूर्ति रोकी जा रही है। ऐसे में अगर आने वाले दिनों में किसान अपनों ने अपना रुख बदला और आंदोलन के तहत दिल्ली आने वाले रास्तों को जाम किया तो दिल्ली वासियों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।

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