किसानों और सरकार की आज फिर होगी बात, क्या आंदोलन खत्म होने का निकलेगा रास्ता!

विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते किसानों और सरकार के बीच आज एक बार फिर बातचीत होनी है। आज का दिन काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि संभावना जताई जा रही है कि आज की बातचीत से कोई समाधान निकल आएगा।

Photo by Sanchit Khanna/Hindustan Times via Getty Images
Photo by Sanchit Khanna/Hindustan Times via Getty Images
user

नवजीवन डेस्क

कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली मुहाने पर बीते करीब 40 दिनों से धरना दे रहे किसानों और केंद्र सरकार के बीच आज एक बार फिर बातचीत होनी है। बातचीत के इस दौर को काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि इसके जरिए सरकार हर हाल में समाधान तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। हालांकि किसानों ने साफ कर दिया है कि कृषि कानूनों की वापसी से कम पर कोई समझौता नहीं होगा, लेकिन पिछली बैठक में किसानों की मुख्य 4 मांगों में से दो पर सहमति बनने के बाद सोमवार की बैठक से काफी उम्मीदें बंधी हैं।

रविवार को किसानों ने आंदोलन के अगले चरण की रूपरेखा सामने रख दी। किसान संगठनों ने ऐलान किया कि 13 जनवरी को कृषि कानूनों की प्रतियां जलाकर लोहड़ी का त्योहार मनाया जाएगा। साथ ही किसानों ने देशवासियों से अपील की कि वे 6 जनवरी से 20 जनवरी तक किसान आंदोलन के पक्ष में देश भर में धरने दें, मार्च निकालें, ट्रैक्टर रैलियां आदि निकालें। इसके अलावा 23 जनवरी को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाने का भी ऐलान किया गया है।


इस दौरान रविवार को कृषि मंत्रालय में उच्च स्तरीय बैठक हुई। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और रेल व वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने किसान संगठनों से वार्ता करने से पहले गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर चर्चा की। इस बीच किसानों ने यह भी ऐलान किया है कि अगर सोमवार की बैठक से कोई नतीजा नहीं निकला तो 26 जनवरी को पूरी ताकत से राजधानी दिल्ली में किसानों की परेड निकाली जाएगी।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia