कृषि बिल और हाथरस कांड के खिलाफ मथुरा में किसानों की महापंचायत, जयंत चौधरी का आह्वान - चुप नहीं बैठेंगे

आरएलडी नेता जयंत चौधरी किसानों को एकजुट करने में जुटे हुए हैं। सोमवार को मथुरा में हुई किसानों की महापंचायत में हजारों किसान जुटे। इस मौके पर जयंत ने आह्वान किया कि कृषि कानून वापस लिए जाने तक चुप नहीं बैठेंगे।

फोटो : आस मोहम्मद कैफ
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आस मोहम्मद कैफ

हाथरस में पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह के पोते जयंत चौधरी ने लाठी की चोट खाने के बाद सरकार को गहरी चोट देने की ठान ली है। 8 तारीख़ को मुजफ्फरनगर में भारी पंचायत करने के बाद सोमवार को जयंत चौधरी ने किसानों के मुद्दे को लेकर मथुरा में एक बड़ी पंचायत की। इस पंचायत को 'किसान बचाओ पंचायत' का नाम दिया गया। यहां भी हजारों को तादाद में किसान एकजुट हुए। इस पंचायत में जयंत चौधरी ने कृषि बिल की जमकर आलोचना की और सरकार को तानाशाह बताते हुए 17 अक्टूबर को बुलंदशहर में एक और पंचायत का ऐलान किया। मथुरा की पंचायत में भी समाजवादी पार्टी के नेता पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव और हरियाणा के किसान नेता अभय चौटाला ने भी शिरकत की।

कृषि बिल और हाथरस कांड के खिलाफ मथुरा में किसानों की महापंचायत, जयंत चौधरी का आह्वान - चुप नहीं बैठेंगे

इस पंचायत में वक्ताओं ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। जयंत चौधरी ने मथुरा के लोगों से खून का रिश्ता बताते हुए कहा कि "लाठी का जवाब तो देना ही होगा ! अब लाठी की परवाह नहीं है। तानाशाही सरकार को हटाने तक संघर्ष जारी रहेगा।" जयंत ने कहा कि, "सरकार पीठ में छुरा घोंपने का काम करती है।" उन्होंने कहा कि उनका परिवार एक संस्कारी परिवार है, जिसमें उनके दादा चौधरी चरण सिंह से लेकर उन तक का रिश्ता किसानों के साथ घर जैसा रहा है। अपने भाषण में उन्होंने अपनी दादी, बुआ व बहनों का जिक्र भी किया।

जयंत चौधरी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, "यदि प्रदेश में किसी बहन या बेटी के साथ कुछ गलत होगा, तो वह चुप नहीं बैठेंगे, क्योंकि उनकी रगों में चौधरी चरण सिंह का खून दौड़ता है, जिन्होंने हमेशा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने की शिक्षा दी है।" उन्होंने कहा कि ये सभी किसान मेरे अपने हैं, जिनसे मेरा खून का रिश्ता है।


कृषि बिल और हाथरस कांड के खिलाफ मथुरा में किसानों की महापंचायत, जयंत चौधरी का आह्वान - चुप नहीं बैठेंगे

आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने कहा कि, "हाथरस में वीभत्स कांड के बाद योगी सरकार द्वारा विपक्ष से निदंनीय व्यवहार किया गया। यह लोकतंत्र के लिए शर्मनाक स्थिति है। विपक्ष को कुचला जा रहा है। हर विरोध की आवाज़ को दबाया जा रहा है। राहुल गांधी व प्रियंका गांधी गये, उनके साथ बदतमीजी हुई। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के साथ पुलिस ने गंभीर अभद्रता की। सपा के लोग गये तो गुंडों की फौज तैयार कराकर उन पर पथराव कराया गया। मेरे साथ जो कुछ हुआ, वह आप सभी ने देखा है।"

उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण में पल रहे गुण्डे, दलाल हाथरस पीड़िता के परिवार पर तरह-तरह का दबाव बना रहे हैं। इसे अंतर्राष्ट्रीय साजिश का हिस्सा बता रहे हैं। परिवार दहशत में है। सरकार सुरक्षा का नाटक कर रही है। उनके घर में झांककर देखो, योगी जी, बेहद गरीब परिवार है। उनके पास खाने-पाने को कुछ नहीं है। जो था वह छीन लिया गया। बिना परिवार के आधी रात में चिता को आग लगा दी गयी। क्या समाज इसको स्वीकार कर सकता है।

पंचायत में शामिल इनेलो हरियाणा के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि जयंत चौधरी हक़ की आवाज़ उठा रहे हैं। यहां पर उन्होंने राजनीतिक तौर पर लोगों के बीच जाकर एकजुट किया और उनको ताकत दी। आज फिर समय ऐसा आया है कि जिस प्रकार चरण सिंह ने यूपी के किसानों को एक बिरादरी के रूप में एकजुट किया था, उसी प्रकार जयंत ने इनको एक मंच पर लाने का काम कर दिखाया है। बीजेपी सरकारों ने लाठी और गोली के जोर पर किसानों पर अत्याचार किया।

वहीं समाजवादी पार्टी नेता और बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने जाते हुए जयंत चौधरी पर लाठीचार्ज निंदनीय है। उन्होंने कहा कि, "मैं आज यहां पर अपने नेता अखिलेश यादव का संदेश लेकर आया हूं, इसमें उन्होंने कहा है कि जयंत चौधरी पर चलाई गई लाठी किसान के सम्मान और चौधरी चरण सिंह की विचारधारा पर मारी गयी है। सपा पूरी तरह से अजित सिंह और जयंत के साथ खड़ी है।

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