किसान आज फिर दिल्ली मार्च की करेंगे कोशिश, शंभू बॉर्डर पर सख्ती, पंढेर बोले- हमने आपको PM बनाया, और हमीं पर जुल्म

एमएसपी पर लीगल गारंटी समेत कई मागों को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। पंजाब और हरियाणा के किसानों को सुरक्षा बलों ने शंभू बॉर्डर पर रोक रखा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर से आज हजारों किसान फिर दिल्ली मार्च की कोशिश करेंगे। दिल्ली मार्च से पहले किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने पीएम मोदी से भावुक अपील करते हुए बड़ी बातें कही हैं। सरवन सिंह पंढेर ने कहा, "हमने सरकार से कहा है कि आप हमें मार सकते हैं। लेकिन कृपया किसानों पर अत्याचार न करें। हम प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हैं कि वह आगे आएं और किसानों के लिए एमएसपी गारंटी पर कानून की घोषणा करके इस विरोध को समाप्त करें। ऐसी सरकार को देश माफ नहीं करेगा। हरियाणा के गांवों में अर्धसैनिक बल तैनात हैं। हमने कौन सा अपराध किया है? हमने आपको प्रधानमंत्री बनाया है। हमने कभी नहीं सोचा था कि ताकतें हम पर इस तरह जुल्म करेंगी। कृपया संविधान की रक्षा करें और हमें शांतिपूर्वक दिल्ली की ओर जाने दें, यह हमारा अधिकार है।"

शंभू बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, ''हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है। हमने 7 नवंबर से दिल्ली जाने का कार्यक्रम बनाया है। अगर सरकार कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका मतलब है कि सरकार हमें नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है। यह ठीक नहीं है कि हमें रोकने के लिए इतने बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए हैं। हम शांति से दिल्ली जाना चाहते हैं, सरकार बैरिकेड हटाकर हमें अंदर आने दे। नहीं तो हमारी मांगें मान लें। हम शांत हैं। अगर वे एक हाथ बढ़ाएंगे तो हम भी सहयोग करेंगे। हमें धैर्य के साथ स्थिति को संभालना होगा। मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे नियंत्रण न खोएं।''

एमएसपी पर लीगल गारंटी समेत कई मागों को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। पंजाब और हरियाणा के किसानों को सुरक्षा बलों ने शंभू बॉर्डर पर रोक रखा है। यहां से उन्हें आगे बढ़ने नहीं दे रहे हैं। रविवार देर रात तक किसानों और सरकार के बीच चौथे दौर की वार्ता हुई थी। बैठक के बाद किसानों को सरकार की ओर से एमएसपी पर नया प्रस्ताव मिला था, जिसे 20 फरवरी को किसानों ने आपसी बैठक के बाद ठुकरा दिया था। किसानों ने ऐलान किया था कि 21 फरवरी को वह एक बार फिर दिल्ली मार्च करेंगे।


बताया जा रहा है कि शंभू बॉर्डर पर करीब 14 हजार किसान इकट्ठा होने की इजाजत दी गई है और ढाबी-गुजरान बैरियर पर एक विशाल सभा की इजाजत दी गई है, जिसमें लगभग 4500 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इसे देखते हुए पंजाब-हरियाणा और हरियाणा-दिल्ली बॉर्डरों पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। इसके अलावा हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट पर लगे बैन को एक बार फिर से आगे बढ़ा दिया गया है।

गृह मंत्रालय की आंतरिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 1200 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों, 300 कारों, 10 मिनी-बसों और अन्य छोटे वाहनों के साथ, राजपुरा-अंबाला रोड पर शंभू बैरियर पर करीब 14000 लोगों को जमा होने की इजाजत दी गई है। वहीं, ढाबी-गुजरान बैरियर पर करीब 500 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ करीब 4500 लोगों की विशाल सभा की इजाजत दी गई है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितनी बड़ी संख्या में यहां किसान मौजूद हैं और दिल्ली मार्च के लिए अड़े हुए हैं।

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Published: 21 Feb 2024, 8:45 AM