आखिरकार दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना पर दर्ज हुआ केस, ट्रैक्टर रैली में लाल किले पर उपद्रव का है आरोप

दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान कथित तौर पर दीप सिद्धू के नेतृत्व में एक गुट ऐतिहासिक स्मारक में पहुंच गया था और जमकर बवाल काटा था। कुछ प्रदर्शनकारी किले की दीवारों पर चढ़ गए थे और वहां निशान साहिब लगा दिया था। इस घटना की किसान संगठनों ने भी निंदा कहै।

फोटोः IANS
फोटोः IANS
user

आईएएनएस

गणतंत्र दिवस के दिन राजधानी दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा और लाल किले पर उपद्रव की घटना के संबंध में दिल्ली पुलिस ने एक प्राथमिकी में पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू और गैंगस्टर से सामाजिक कार्यकर्ता बने लक्खा सिधाना को भी आरोपी बनाया है। दिल्ली पुलिस ने अन्य आरोपियों के साथ इन दोनों के खिलाफ उत्तरी जिले के कोतवाली पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है, जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला भी शामिल है।

बीते 26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान एक गुट ने ऐतिहासिक स्मारक परिसर में घुसकर उपद्रव किया था और इस दौरान जमकर तोड़फोड़ भी किया था। प्रदर्शनकारियों ने चेकिंग मशीनों, टिकट काउंटरों, फर्नीचर और रास्ते में आने वाली हर चीज को नष्ट कर दिया था। कुछ प्रदर्शनकारी किले की दीवारों पर चढ़ गए थे और वहां तिरंगे के साथ ही निशान साहिब फहरा दिया था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार लाल किला को 27 जनवरी से 31 जनवरी तक आगंतुकों के लिए बंद कर दिया गया है।

दिल्ली के पुलिस आयुक्त एस.एन. श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस ने लाल किले की हिंसा को गंभीरता से लिया है और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए चेहरा पहचान प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे पहले मंगलवार को पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में कई एफआईआर दर्ज किया, जिनमें स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव, सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर और भारतीय किसान यूनियन की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ुनी सहित 37 किसान नेताओं को आरोपी बनाया गया है।

इनके अलावा दिल्ली पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत और जय किसान आन्दोलन के अवीक साहा के साथ क्रांतिकारी किसान मोर्चा के दर्शन पाल सिंह, सतनाम सिंह पन्नू, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह उग्रहा का नाम भी प्राथमिकी में दर्ज किया है। इसके साथ ही पुलिस ने किसान नेता दर्शन पाल, राकेश टिकैत समेत कई अन्य को नोटिस जारी कर पूछा है कि बताए कि पुलिस से समझौता तोड़ने के लिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों न की जाए।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia