CSDS के संजय कुमार के खिलाफ FIR दर्ज, महाराष्ट्र चुनाव के आंकड़ों को किया था जारी, हुआ था बवाल

ये विवाद सीएसडीएस में एक सीनियर चुनाव विश्लेषक के रूप में काम करने वाले संजय कुमार के एक एक्स पोस्ट पर हो रहा है। संजय कुमार ने महाराष्ट्र में 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव के कुछ सीटों पर मतदाताओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि और कमी का दावा किया था।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

महाराष्ट्र चुनाव के वोटर लिस्ट से जुड़े आंकड़ों की हेराफेरी की वजह से सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (सीएसडीएस) विवादों के घेरे में है। महाराष्ट्र चुनाव से संबंधित जुड़े आंकड़ों को लेकर सोशल मीडिया पोस्ट के बाद नागपुर पुलिस ने सीएसडीएस के एक अधिकारी संजय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

क्या लगा है धारा?

एफआईआर बीएनएस की कई धाराओं के तहत दर्ज की गई है, जिनमें धारा 175, 353(1)(बी), 212 और 340(1)(2) शामिल हैं, जिनमें झूठी सूचना और संभावित चुनाव संबंधी उल्लंघनों से संबंधित आरोप शामिल हैं।

महाराष्ट्र चुनाव को लेकर संजय कुमार ने क्या था दावा?

दरअसल सारा विवाद सीएसडीएस में एक सीनियर चुनाव विश्लेषक के रूप में काम करने वाले संजय कुमार के एक एक्स पोस्ट पर हो रहा है। संजय कुमार ने अपने एक एक्स पोस्ट में महाराष्ट्र में 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर दावा किया था।

संजय कुमार ने कुछ सीटों पर मतदाताओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि और कमी का दावा किया था। उन्होंने लिखा था कि महाराष्ट्र की विधानसभा संख्या 59 रामटेक में 2024 के लोकसभा चुनाव में चार लाख 66 हजार 203 मतदाता थे जबकि 2024 के विधानसभा चुनाव में विधायकों की संख्या दो लाख 86 हजार 931 रह गई।

CSDS के संजय कुमार के खिलाफ FIR दर्ज, महाराष्ट्र चुनाव के आंकड़ों को किया था जारी, हुआ था बवाल

इसी तरह उन्होंने देवलाली विधानसभा सीट का आंकड़ा दिया था। उनके मुताबिक विधानसभा संख्या 126 देवलाली में 2024 के लोकसभा चुनाव में चार लाख 56 हजार 72 वोट थे जबकि विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या दो लाख 88 हजार 141 रह गई थी। संजय कुमार के मुताबिक देवलाली सीट पर एक लाख 67 हजार 931 या 36.82 फीसदी वोट कम हो गए थे।

संजय कुमार ने बाद में मांगी थी माफी

हालांकि बाद में संजय कुमार ने अपना वह पोस्ट डिलीट कर दिया था और माफी भी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि हमारी डेटा टीम ने डेटा को गलत तरीके से पढ़ लिया। ट्वीट को हटा दिया गया है। मेरा गलत सूचना फैलाने का कोई इरादा नहीं था।