मणिपुर में गांव में खाली पड़े पांच घरों में आगजनी, संदिग्ध उग्रवादियों का पीछा किया गया: पुलिस

मणिपुर में संदिग्ध उग्रवादियों ने एक सितंबर को क्षेत्र में लोगों पर हमला शुरू किया था जिसमें एक महिला समेत दो लोग मारे गए और नौ अन्य घायल हो गए।

फोटो: PTI
फोटो: PTI
user

नवजीवन डेस्क

मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में एक गांव में खाली पड़े पांच घरों में संदिग्ध उग्रवादियों ने आग लगा दी जिसके बाद सुरक्षा बलों ने उनका पीछा किया। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार दोपहर से ही उग्रवादी ऊंची पर्वतीय चोटियों से निचले, घाटी के कौत्रुक एवं पास के कदंगबंद में लगातार गोलीबारी कर रहे थे और कौत्रुक गांव के बाहरी इलाके तक पहुंचने में सफल रहे थे।

पुलिस के अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘उग्रवादियों ने खाली पड़े पांच घरों में आग लगा दी। रविवार को दोपहर ढाई बजे शुरू हुई गोलीबारी और बम हमले के बाद निवासी अपने मकान छोड़कर चले गए थे। रविवार रात सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों को खदेड़ दिया।’’

संदिग्ध उग्रवादियों ने एक सितंबर को क्षेत्र में लोगों पर हमला शुरू किया था जिसमें एक महिला समेत दो लोग मारे गए और नौ अन्य घायल हो गए।

पिछले साल मई में मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से कौत्रुक में कई हमले हुए हैं। कौत्रुक राजधानी इंफाल से करीब 18 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

पुलिस ने बताया कि रविवार को संदिग्ध उग्रवादियों के हमले के कारण निवासियों के बीच दहशत फैल गई, जिसकी वजह से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी पड़ी।

मणिपुर पुलिस ने दावा किया कि हमले में रॉकेट चालित ग्रेनेड (आरपीजी) और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है।

बंदूक एवं बम हमले के बारे में एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘इंफाल पश्चिम के कौत्रुक में एक अभूतपूर्व हमले में कथित उग्रवादियों ने उच्च तकनीक वाले ड्रोन का उपयोग कर कई आरपीजी दागे, जबकि ड्रोन बमों का इस्तेमाल आम तौर पर सामान्य युद्ध में किया जाता रहा है। सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बनाने के उद्देश्य से विस्फोटकों के इस्तेमाल के लिए ड्रोन की यह हालिया तैनाती उग्रवादियों की ताकत में महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाती है।’’

बयान में कहा गया है कि तकनीकी विशेषज्ञता वाले उच्च प्रशिक्षित पेशेवरों की संलिप्तता एवं सहयोग की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

बयान के अनुसार, ‘‘अधिकारी स्थिति पर करीब से निगरानी कर रहे हैं और पुलिस किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।’’

राज्य सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

बयान में कहा गया है, ‘‘किसी भी विरोधी, शत्रुतापूर्ण तत्व को बाहर निकालने के लिए तलाशी अभियान जारी है।’’

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia