दिल्ली में बाढ़! बिगड़े हालात, राजधानी के ये इलाके पानी में डूबे, सुरक्षित जगहों पर पहुंचाए जा रहे लोग
मयूर विहार-फेज 1 में बनाए गए कुछ राहत शिविरों तक भी यमुना का पानी पहुंच गया है। शिविरों में रह रहे लोगों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है।

दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और लगातार बारिश ने राजधानी में हालात बिगाड़ दिए हैं। यमुना का बढ़ता जलस्तर अब निचले इलाकों में तबाही मचा रहा है। राजधानी के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
कश्मीरी गेट और लोहा पुल इलाके डूबे
मंगलवार सुबह 7:10 बजे लिए गए ड्रोन विजुअल्स से कश्मीरी गेट क्षेत्र की स्थिति बेहद गंभीर दिखाई दी। सड़कों पर पानी भर चुका है और कई जगहों पर घरों में पानी घुस गया है।
लोहा पुल और आसपास के इलाके भी यमुना के उफान से बुरी तरह प्रभावित हैं। ड्रोन से ली गई तस्वीरों में नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर देखा गया।
मयूर विहार में राहत शिविर भी जलमग्न
मयूर विहार-फेज 1 में बनाए गए कुछ राहत शिविरों तक भी यमुना का पानी पहुंच गया है। शिविरों में रह रहे लोगों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है। प्रशासन का कहना है कि लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए और भी सुरक्षित ठिकानों की व्यवस्था की जा रही है।
बाढ़ जैसे हालात, लोगों को शिफ्ट किया गया
यमुना नदी के किनारे बसे निचले इलाकों से लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया था। अब भी कई परिवारों को नाव और ट्रैक्टरों के जरिए निकाला जा रहा है। सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं और आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
दिल्ली के इन इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी
कश्मीरी गेट इलाके में यमुना का पानी ने सड़कों और घरों तक प्रवेश किया।
लोहा पुल: यमुना खतरे के निशान से ऊपर बहने से क्षेत्र में बाढ़ के हालात।
सिविल लाइन, बेला रोड, मठरिया, यह इलाके जलमग्न हो गए हैं।
यमुना बाजार, विशालकर्मा कॉलोनी, सोनिया विहार बाजार, कॉलोनी और आसपास के इलाके बाढ़ की चपेट में हैं।
निगमबोध घाट बाढ़ की चपेट में है, अंतिम संस्कार बाधित।
ओल्ड रेलवे ब्रिज: पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
मूंगीश्वरपुर, जहरोदा कलां, गढ़ी मेंडू, ओल्ड उस्मानपुर में जलभराव। इन गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
मयूर विहार-फेज 1 के आस-पास राहत शिविर कई राहत शिविर जलमग्न हो गए हैं।
रिंग रोड, आउटर रिंग रोड (मजनू का टीला से सलीमगढ़ बाईपास) जलमग्न, आवागमन बाधित।
ताजा अपडेट और राहत-कार्य
यमुना का जलस्तर 207 मीटर से ऊपर पहुंच गया है। यह पिछले 63 वर्षों में रिकॉर्डेड तीसरा सबसे ऊंचा स्तर है, जिससे राजधानी में व्यापक बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है।
10,000 से 12,000 लोग बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए हैं।
DDA के प्रमुख प्रोजेक्ट जैसे अमृत बायोडाइवर्सिटी पार्क और वासुदेव घाट बाढ़ में डूब गए हैं।
राहत शिविरों में पानी घुसने से आमदनी प्रभावित, और लोगों को सुरक्षित शिफ्ट करने की प्रक्रिया जारी है।
प्रशासन सतर्क, हालात पर नजर
अधिकारियों के मुताबिक, यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है और अगले 24 घंटे बेहद अहम माने जा रहे हैं। लगातार बारिश और बैराजों से छोड़े जा रहे पानी की वजह से हालात और बिगड़ सकते हैं।
दिल्ली सरकार ने राहत और बचाव कार्यों को तेज करने का निर्देश दिया है। साथ ही, मयूर विहार और लोहा पुल इलाके में अतिरिक्त टीमें तैनात की गई हैं।
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