दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ा, यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर, पुराना रेलवे ब्रिज बंद

मंगलवार सुबह 8 बजे तक यमुना का स्तर 205.80 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरे का निशान 205 मीटर है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

दिल्ली में बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है। हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज से लगातार बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। मंगलवार सुबह 8 बजे तक यमुना का स्तर 205.80 मीटर दर्ज किया गया, जबकि खतरे का निशान 205 मीटर है। स्थिति को देखते हुए पुराना लोहे का पुल (ओल्ड रेलवे ब्रिज) एहतियातन बंद कर दिया गया है।

अधिकारियों के अनुसार, बीते 24 घंटों में हथिनीकुंड बैराज से 3.29 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया है। मंगलवार को ही यहां से 1.76 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि वजीराबाद बैराज से 69,210 क्यूसेक और ओखला बैराज से 73,619 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। आमतौर पर बैराज से छोड़ा गया पानी दिल्ली पहुंचने में 48 से 50 घंटे लेता है। ऐसे में अगले दो दिन हालात और गंभीर हो सकते हैं।

यमुना का जलस्तर लोहा पुल के पास 206 मीटर के करीब पहुंच गया है। यमुना बाजार समेत निचले इलाकों में पानी घुसना शुरू हो गया है और कई आवासीय कॉलोनियां जलभराव से प्रभावित हैं। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है और जिलाधिकारी हालात पर लगातार निगरानी बनाए हुए हैं।

गौरतलब है कि दो साल पहले यमुना का स्तर 208.66 मीटर तक पहुंच गया था, जिसके चलते राजघाट, लाल किला और आसपास की कॉलोनियों में कई फीट तक पानी भर गया था। उस अनुभव को देखते हुए इस बार भी प्रशासन अलर्ट मोड में है।

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