मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह लापता, देश छोड़ रूस भागने का शक, महाराष्ट्र सरकार ने कही ये बात

महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल का कहना है कि आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह कहां हैं, इसका पता लगाया जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय भी उनका पता लगा रहा है। कहा जा रहा है कि वह रूस भाग गए हैं। हमने उनके खिलाफ पहले ही लुकआउट सर्कूलर जारी किया था।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के देश छोड़कर भागने की चर्चा है। उनसे जुड़े मामलों की जांच कर रही एजेंसियों को आशंका है कि वो भारत छोड़कर भाग गए हैं। एजेंसियों को उनके रूस भागने की शंका है। हालांकि, इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। इस नई चर्चा को लेकर राज्य और केंद्र सरकार के भी कान खड़े हो गए हैं और परमबीर सिंह का पता लगाने की कवायद शुरू हो गई है।

इस मामले पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल का कहना है कि आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह कहां हैं, इसका पता लगाया जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्रालय भी उनका पता लगा रहा है। मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि वह रूस भाग गए हैं। पाटिल ने कहा कि हमने भी ऐसी खबरें सुनी हैं, लेकिन वह एक सरकारी अधिकारी हैं, इसलिए बगैर सरकार की मंजूरी के विदेश नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने परमबीर सिंह के खिलाफ लुकआउट सर्कूलर जारी किया था। अगर वह देश छोड़कर चले गए हैं, तो यह ठीक नहीं है।

दरअसल परमबीर सिंह 7 अप्रैल को राष्ट्रीय जांच एजेंसी के सामने पेश हुए थे। उन्हें मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटों से भरी मिली गाड़ी के मामले में समन जारी किया गया था। एंटीलिया मामले को लेकर 17 मार्च को परमबीर सिंह का ट्रांसफर होमगार्ड में कर दिया गया था। उन्होंने 22 मार्च को अपना पद संभाला और 4 मई तक वो ऑफिस आए। लेकिन उसके बाद स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर 5 मई से छुट्टी पर चले गए और फिर वो कहीं नहीं नजर आए।

शुरुआत में माना गया कि वो अपने होम टाउन चंडीगढ़ में हैं। फिर मई और अगस्त के बीच उन्होंने कई बार महाराष्ट्र सरकार से छुट्टी बढ़ाने की मांग भी की। उन्होंने कहा था कि उनकी सर्जरी हुई है और उन्हें बेड रेस्ट का बोला गया है। इसके बाद अगस्त के दूसरे हफ्ते में उन्होंने एक बार फिर छुट्टी बढ़ाने की अर्जी भेजी और 29 अगस्त तक छुट्टी पर चले गए। लेकिन इसके बाद से उन्होंने न ड्यूटी ज्वायन की और न ही उनसे किसी की कोई बात हुई है। एनआईए के अधिकारियों ने भी उन्हें अगस्त के दूसरे हफ्ते में समन भेजा था, लेकिन वो नहीं मिले।


मुंबई और ठाणे के पूर्व पुलिस आयुक्त रह चुके परमबीर सिंह के खिलाफ जबरन वसूली की कम से कम चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। परमबीर सिंह के अलावा, पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) और सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रैंक के अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है। हाल में महाराष्ट्र के डीजीपी संजय पांडे ने परमबीर सिंह समेत सभी आरोपी अधिकारियों को सस्पेंड करने की मांग की थी। हालांकि सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने इस संबंध में कुछ और विवरण मांगा है।

उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्फोटकों से लदी एसयूवी मिलने के मामले में एनआईए द्वारा पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार करने के बाद परमबीर सिंह का मार्च 2021 में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से तबादला कर दिया गया था। इसी के बाद उन्होंने राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया था कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर जबरन उगाही का दबाव बनाया था। देशमुख ने इस आरोप से इनकार किया था। लेकिन देशमुख ने बाद में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि सीबीआई ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था।

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