पूर्व पीएम राजीव गांधी की पुण्यतिथि: राहुल बोले- दूरदर्शी थे मेरे पिता, उनकी नीतियों ने आधुनिक भारत को आकार देने में की मदद

देश के छठे प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मृत्यु 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक एलटीटीई कैडर द्वारा किए गए आत्मघाती बम विस्फोट में हुई थी। इस बम विस्फोट में अन्य 14 लोगों की भी जान चली गई थी।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 31वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। 31 साल पहले इसी दिन एक बम विस्फोट में राजीव गांधी की हत्या हुई थी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर कहा, "मेरे पिता दूरदर्शी नेता थे जिनकी नीतियों ने आधुनिक भारत को आकार देने में मदद की। वह एक दयालु और उदार शख्सियत थे। वो मेरे और प्रियंका दोनों के लिए एक अद्भुत पिता थे, जिन्होंने हमें क्षमा और सहानुभूति का मूल्य सिखाया। मुझे उनकी बहुत याद आती है। हम साथ में बिताए पलों को याद कर रहे है।"

इस बीच, कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने कहा कि राजीव गांधी ने एक महान वैश्विक शक्ति के रूप में अपने विचारों के साथ अमिट छाप छोड़ी है।

देश के छठे प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मृत्यु 21 मई, 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक एलटीटीई कैडर द्वारा किए गए आत्मघाती बम विस्फोट में हुई थी। इस बम विस्फोट में अन्य 14 लोगों की भी जान चली गई थी।

21 मई 1991 को रात तकरीबन 10 बजकर 15 मिनट पर राजीव गांधी रैली स्थल पर पहुंचे। वे कार की अगली सीट पर बैठे थे और उन्होंने उतरते ही सबका अभिवादन किया। मंच की ओर बढ़ते हुए एक महिला आत्मघाती हमलावर धनु ने उन्हें माला पहनानी चाही, तो सब इंस्पेक्टर अनुसुइया ने उसे रोक दिया। हालांकि राजीव गांधी के कहने पर उसे माला पहनाने के लिए आने दिया गया। धनु ने उन्हें माला पहनाई और जैसे ही वो उनके पैर छूने के लिए नीचे झुकी, उसने अपने कमर से बंधे बम का बटन दबा दिया। एक जोरदार धमाका हुआ और फिर सबकुछ सुन्न हो गया। इस धमाके ने राजीव गांधी की जान ले ली।

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