नोएडा में युवती समेत चार ने फांसी लगाकर खत्म की जिंदगी, डिप्रेशन और अकेलापन बन रही खुदकुशी की वजह

पुलिस ने सभी शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस को चारों घटनाओं में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है,जिससे आत्महत्याओं की वजह का पता नहीं चल पाया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि ज्यादातर केस डिप्रेशन और मानसिक रूप से परेशानी के होते हैं।

नोएडा में युवती समेत चार ने फांसी लगाकर खत्म की जिंदगी, डिप्रेशन और अकेलापन बन रही खुदकुशी की वजह
नोएडा में युवती समेत चार ने फांसी लगाकर खत्म की जिंदगी, डिप्रेशन और अकेलापन बन रही खुदकुशी की वजह
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नवजीवन डेस्क

दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक बार फिर एक ही दिन जिंदगी की परेशानियों से हताश होकर युवती सहित चार लोगों ने अलग-अलग घटनाओं में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। नोएडा पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिस कारण आत्महत्याओं की वजह का पता नहीं चल पाया है।

पहली घटना में मूलरूप से ओडिशा निवासी अमृता ने फांसी लगाकर जान दे दी। अमृता अपनी तीन बहनों के साथ बरौला गांव में किराए पर रह रही थी। वह एक निजी कंपनी में नौकरी करती थी। रविवार शाम जब उसकी बहनें घर पहुंची तो वह फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची थाना सेक्टर-49 पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।


मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। प्रारंभिक जांच में पिछले कुछ दिनों से अमृता के डिप्रेशन में होने की बात सामने आई है। वहीं दूसरे मामले में थाना फेस-1 क्षेत्र के सेक्टर-10 स्थित जेजे कॉलोनी में रहने वाले प्रवेश ने अपने घर में फांसी लगा ली। प्रवेश को फांसी के फंदे पर लटका देखकर परिजन ने उसे नीचे उतारा और अस्पताल लेकर पहुंचे। जांच के उपरांत चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

तीसरे मामले में ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 क्षेत्र के जेपी सोसाइटी में रहने वाले धर्मेंद्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। धर्मेंद्र मूल रूप से ललितपुर का रहने वाला था। वह एक कैटरर के यहां काम करता था। मृतक के परिजनों को हादसे की सूचना दे दी गई है। चौथे मामले में थाना सेक्टर-58 क्षेत्र के फोर्टिस अस्पताल लाए गए योगेश चौरसिया को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।


थाना सेक्टर-58 के थाना प्रभारी के मुताबिक योगेश चौरसिया ने अपने घर में फांसी लगा ली थी। योगेश चौरसिया आम्रपाली रॉयल वैभव सोसाइटी में रहता था। पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि ज्यादातर केस डिप्रेशन और मानसिक रूप से परेशान लोगों के ही सामने आते हैं।

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