संकट में अच्छी खबर, भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं, बिहार में संक्रमितों से ज्यादा हुए कोरोना-मुक्त

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा है कि देश में राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 का कोई कम्युनिटी ट्रांसमिशन (सामुदायिक प्रसार) नहीं है। वहीं, बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या से संकमण-मुक्त होकर घर लौटने वालों की संख्या ज्यादा हो गई है।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश पर छाए कोरोना संकट के बीच कुछ राहत भरी खबर भी है। लगातार तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा है कि देश में राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 का कोई कम्युनिटी ट्रांसमिशन (सामुदायिक प्रसार) नहीं है। वहीं, बिहार में कोरोना संकमण से मुक्त होकर घर लौटने वालों की संख्या संक्रमितों से ज्यादा हो गई है।

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 का कोई कम्युनिटी ट्रांसमिशन (सामुदायिक प्रसार) नहीं है। भार्गव ने कहा, "सामुदायिक प्रसार को लेकर काफी बहस चल रही है। डब्ल्यूएचओ ने इसकी परिभाषा नहीं दी है। भारत इतना बड़ा देश है और इसका प्रसार बहुत कम है। छोटे जिलों में इसका प्रसार एक प्रतिशत से भी कम है। यह शहरी क्षेत्र में थोड़ा अधिक है। कन्टेनमेंट क्षेत्रों में, थोड़ा अधिक हो सकता है। लेकिन, हम सुनिश्चित हैं कि भारत में सामुदायिक प्रसार नहीं है।"

आईसीएमआर प्रमुख ने हालांकि कहा कि उन्हें परीक्षण, ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और क्वारंटीन की रणनीति को जारी रखना होगा। उन्होंने रोकथाम के उपायों को जारी रखने पर जोर दिया। आज भारत में संक्रमण के 9,996 नए मामले सामने आए हैं और 357 नई मौतें हुई हैं। कुल मामलों की संख्या करीब 2.86 लाख हो गई है।

वहीं कोरोना के कहर के बीच दूसरी अच्छी खबर बिहार से है। बिहार में कोरोना संक्रमण से राज्य के सभी 38 जिले प्रभावित हैं और संक्रमितों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। लेकिन राहत की बात यह है कि इलाज के बाद स्वस्थ होने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। राज्य में अब संक्रमितों की संख्या से अधिक संकमण-मुक्त होकर घर लौट चुके लोगों की है।

बिहार में स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बुधवार तक के आंकड़ों का हवाले देते हुए कहा कि राज्य में 10 जून तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 5,583 है, जबकि 2,934 कोरोना संक्रमित मरीज इलाज के बाद ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं जो कुल संक्रमित व्यक्तियों का 52 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि बुधवार तक राज्य में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 2,614 थी। उन्होंने दावा किया कि यह हालात के पूरी तरह नियंत्रण में होने का प्रतीक है।

उल्लेखनीय है कि राज्य में पहला कोरोना मरीज 22 मार्च को सामने आया था। इसके बाद से संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती रही है। सरकार जांच की रफ्तार तेज करने पर जोर दे रही है। यही कारण है कि जांच की सुविधा अब सभी जिलों में होने वाली है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राज्य के सभी 38 जिलों में कोरोना की जांच 13 जून से होने लगेगी। अभी 32 जिलों में जांच हो रही है।

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