नहीं जारी होगा नारंगी पासपोर्ट, चौतरफा विरोध के बाद सरकार ने वापस लिया फैसला

सरकार ने 10वीं परीक्षा पास नहीं करने वाले नागरिकों को नारंगी रंग का पासपोर्ट जारी करने का फैसला किया था। कांग्रेस ने इस फैसले को नागरिकों में भेदभाव करने वाली नीति करार दिया था।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने नारंगी रंग का पासपोर्ट जारी करने का फैसला वापस ले लिया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने अपना फैसला बदल दिया है। नारंगी रंग का पासपोर्ट जारी करने के फैसले के खिलाफ विदेश मंत्रालय को कई आवेदन मिले थे, जिसके बाद विदेश मंत्री ने 29 जनवरी को मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की थी। इसके बाद, 30 जनवरी को सरकार ने नारंगी रंग का पासपोर्ट जारी करने के फैसले को वापस ले लिया है।

अब हर किसी को पहले की ही तरह पासपोर्ट जारी होगा। हालांकि, पासपोर्ट का आखिरी पन्ना पहले की ही तरह रहेगा। भारतीय पासपोर्ट के आखिरी पन्ने पर पासपोर्ट धारक के पते की जानकारी होती है। दरअसल, सरकार ने फैसला लिया था कि वैसे लोगों को नारंगी रंग का पासपोर्ट जारी किया जाएगा, जिन्होंने 10वीं की परीक्षा पास नहीं की है।

सरकार के इस फैसले का खासा विरोध हुआ था। कांग्रेस ने भी सरकार के इस कदम पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इसका विरोध करते हुए इस फैसले को सरकार की भेदभाव पूर्ण नीति करार दिया था। केंद्र सरकार द्वारा अपना फैसला वापस लेने का कांग्रेस ने स्वागत किया है। कांग्रेस की ओर से ट्वीट कर कहा गया, “इस भेदभावपूर्ण 'नारंगी रंग के' पासपोर्ट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के हस्तक्षेप ने सरकार को इस दुर्भावनापूर्ण कदम से पीछे हटने के लिए मजबूर किया है।”

फोटोः स्क्रीनशॉट
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कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए ट्वीट का स्क्रीनशॉट

गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते एक घोषणा की थी, जिसमें वैसे लोगों को नारंगी रंग का पासपोर्ट जारी करने का फैसला लिया गया था जिन्होंने 10वीं की परीक्षा पास नहीं की है। उस फैसले में पासपोर्ट के आखिरी पन्ने को खत्म करने का प्रावधान था, जिसमें पासपोर्ट धारक के पते की जानकारी होती है। इससे पहले सभी आम लोगों को नीले रंग का ही पासपोर्ट जारी किया जाता रहा है। लेकिन नए फैसले के तहत नारंगी रंग के पासपोर्ट में ईसीआर लोगों को रखा गया था। इसका मकसद था कि रंग के माध्यम से ही वर्ग का पता चल जाने से आव्रजन विभाग का काफी वक्त बचेगा और पासपोर्ट देखकर ही धारक की योग्यता पहचान ली जाएगी।

सरकार के इस कदम को अपने ही नागरिकों में भेद करने वाला बताया जा रहा था। इससे लोगों की योग्यता के आधार पर भेदभाव की संभावना अधिक थी। कई लोगों ने सरकार के इस कदम का विरोध किया था। लेकिन अब सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है, जिसके बाद अब सभी आम नागरिकों को पहले की ही तरह एक ही रंग का पासपोर्ट जारी किया जाएगा।

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Published: 30 Jan 2018, 9:56 PM