हॉटस्पॉट बता सील इलाकों में सामानों की आपूर्ति का सरकारी दावा फेल, बिगबॉस्केट और ग्रोफर्स भी नहीं काम आ रहे

पूरे दिल्ली-एनसीआर में आवश्यक सामानों की आपूर्ति जारी रहने का सभी सरकारों ने दावा किया था। लेकिन लॉकडाउन के अंतिम चरण में लोग आवश्यक वस्तुओं के लिए परेशान रहे। ऑनलाइन डिलिवरी प्लेटफॉर्म बिगबास्केट, ग्रोफर्स और मिल्कबॉस्केट भी सप्लाई करने में नाकाम रहे।

फोटोः सोशल मीडिया
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आईएएनएस

कोरोना वायरस के तेज होते खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अब तक राज्य के 30 इलाकों को हॉटस्पॉट मानते हुए पूरी तरह सील कर दिया है। जबकि इससे पहले यूपी सरकार ने नोएडा में 22, गाजियाबाद में 13, जबकि हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम में 9 कोरोना हॉटस्पॉट चिन्हित कर उन्हें सील कर दिया है। सभी सरकारों ने दावा किया कि इन इलाकों में आवश्यक सामानों की आपूर्ति जारी रहेगी।

लेकिन इसके बावजूद पूरा एनसीआर क्षेत्र शुक्रवार को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को लेकर परेशान रहा। 21 दिन के लॉकडाउन के अंतिम चरण के दौरान अग्रणी ऑनलाइन डिलिवरी प्लेटफॉर्म बिगबास्केट, ग्रोफर्स और मिल्कबॉस्केट भी सप्लाई करने में नाकाम रहे। नोएडा निवासी अरुण कुमार पिछले कुछ दिनों से लगातार बिगबॉस्केट से ऑनलाइन डिलिवरी लेने के लिए कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उन्हें हर बार एक ही संदेश मिल रहा है, "दुर्भाग्य से हमारे पास अभी आपको सेवा देने के लिए कोई भी उपलब्ध स्लॉट नहीं है। कृपया बाद में फिर से कोशिश करें।"

इस बीच ताजा अपडेट में बिगबास्केट ने कहा है कि, "हम प्रत्येक दिन शहरों में स्लॉट की उपलब्धता को लेकर रिपोर्ट कर रहे हैं। हम यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं कि हम आपको अगले कुछ हफ्तों में सेवा दे सकें।" डिलिवरी प्लेटफॉर्म के इस नए अपडेट पर गुस्साए उपयोगकर्ताओं ने टिप्पणियों की झड़ी लगा दी।

अरुण कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा, "कुछ नया बताएं .. हर बार लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए एक ही अपडेट। जबकि हकीकत में आपके पास कोई स्लॉट उपलब्ध ही नहीं है।" वहीं, एक अन्य उपयोगकर्ता ने बिगबास्केट को जवाब दियाः "व्हाट द हेल! हर दिन मैं इसकी जांच कर रहा हूं और ये स्लॉट भरा हुआ दिखा रहा है।"

वहीं, एक और डिलिवरी प्लेटफॉर्म ग्रोफर्स की कहानी भी अलग नहीं रही। एक यूजर शक्तिधर प्रसाद ने ग्रोफर्स को ट्वीट में लिखा, "मेरा रिफंड कहां है .. आप लोगों ने ऊंची कीमत में नया ऑर्डर लेने के लिए मेरा ऑर्डर रद्द कर दिया है। कम से कम रिफंड का पैसा जमा करवाएं, ताकि हम ऑफलाइन मार्केट से सामान ले सकें।" एक अन्य अजय कुमार ने ट्वीट किया, "मैं पिछले 16 दिनों से ग्रोफर्स पर ऑर्डर की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन यह मेरा ऑर्डर स्वीकार नहीं कर रहा है। मुझे यहां से केवल आश्वासन मिल रहा है। मेल भी किए, लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला।" बिगबॉस्केट के एक उपयोगकर्ता का कहना है कि हमें डिलिवरी मिली, लेकिन हमने जो ऑर्डर दिया था, वह नहीं मिला। जबकि नोएडा सेक्टर 143 हॉटस्पॉट भी नहीं है।

गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों को सील किये जाने के बाद इन इलाकों में किराने का सामान खरीदने और स्टॉक करने को लेकर लोगों में घबराहट देखने को मिला। किराने की खुली दुकानों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं। उधर अधिकांश ऑनलाइन डिलिवरी वाली वेबसाइट पर यही संदेश देखने को मिल रहा है कि, "आपको हुई समस्या के लिए क्षमा याचना... अभूतपूर्व ऑर्डर बुकिंग के कारण आपको स्लॉट नहीं मिल पाएगा.... हम क्षमता बढ़ाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.... हम हर दिन अपने ऐप और वेबसाइट पर स्लॉट उपलब्धता की स्थिति को अपडेट करेंगे... आप अपडेट के लिए हर दिन उनकी जांच करते रहें।"

बता दें कि कोरोना के रोकथाम के लिए अपने यहां के कई इलाकों को सील करने वाली तमाम राज्य सरकारों ने यह सुनिश्चित करने का दावा किया था कि किराने का सामान, सब्जियां, दूध, दवाइयां जैसी आवश्यक चीजें लोगों के दरवाजे पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए अधिकारियों ने जो टेलीफोन नंबर मुहैया कराए थे, वे या तो स्विच ऑफ थे या काम नहीं कर रहे थे। यहां तक कि दिल्ली-एनसीआर में हॉटस्पॉट जोन से बाहर वाले लोग भी परेशान रहे।

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