हरियाणा: जन आक्रोश रैली में हुड्डा ने भरी हुंकार, कहा- हर वर्ग है परेशान, BJP-JJP सरकार की विदाई तय

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में बदलाव की हवा चल रही है और प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने जा रही है। हम जो कहते हैं वह करते हैं।

फोटो: धीरेंद्र अवस्थी
फोटो: धीरेंद्र अवस्थी
user

धीरेंद्र अवस्थी

जींद जिले के सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में जनआक्रोश रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उमड़ी भारी भीड़ के उत्साह और जोश को देखकर हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी सरकार को सत्ता से बेदखल करने की हुंकार भरी। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने पिछले साढ़े 9 साल में हरियाणा को कहां से कहां पहुंचा दिया। आज हरियाणा के अस्पताल में डॉक्टर नहीं स्कूल में मास्टर नहीं और सरकारी दफ्तरों में कर्मचारी नहीं हैं। बाहर निकलो तो सड़कें टूटी पड़ी हैं। इस सरकार ने कोई ऐसा काम नहीं किया जिसकी प्रशंसा की जा सके। जो हरियाणा 2014 से पहले तक प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, नौकरी देने में नंबर 1 था वह आज बेरोजगारी, अपराध में नंबर 1 पर है। आज हरियाणा में 2 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं। बड़े पदों पर जो भर्ती की लिस्ट आती है, उसमें हरियाणा के नहीं, दूसरे प्रदेशों के बच्चे भर्ती होते हैं। हरियाणा के बच्चे कहां जाएं।

हुड्डा ने कहा कि हमारी सरकार ने ठेकेदारी प्रथा ख़त्म की, लेकिन बीजेपी-जेजेपी सरकार खुद ठेकेदार बन गयी। पक्की नौकरियों को कौशल निगम के जरिए कच्चे में बदल दिया। जिसमें न नौकरी है न पेंशन। अग्निवीर योजना में नौजवान 4 साल में ही वापस घर लौट आयेगा। प्रदेश को पोर्टलों के झंझट में फंसा दिया। कहीं परिवार पहचान पत्र तो कहीं मेरी फसल मेरा ब्योरा। पहले किसान खेत से सीधा मंडी में फसल ले जाकर बेचता था, अब पोर्टल के भरोसे बैठा रहता है और उसे बारिश ओलावृष्टि से नुकसान हो जाता है तो मंडियों में एमएसपी तक नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने वायदा किया था कि 2022 तक किसान की आमदनी दोगुनी कर देंगे। आमदनी तो दोगुनी हुई नहीं लागत दोगुनी, तीन गुनी हो गयी। खाद कीटनाशक के दाम तीन गुने तक बढ़ गये। 


पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में बदलाव की हवा चल रही है और प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने जा रही है। हम जो कहते हैं वह करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने पर गृहणियों को 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देंगे। हर परिवार को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर हर बुजुर्ग को 6000 महीना पेंशन देंगे। कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करेंगे। 100-100 गज मुफ्त प्लॉट योजना को फिर से लागू करेंगे। क्रीमी लेयर सीमा को 6 लाख से बढ़ाकर 10 लाख करेंगे। नौजवानों को खाली पड़े 2 लाख सरकारी पदों पर पक्की भर्ती करेंगे। उन्होंने लोगों की मांग पर सफीदों में आईएमटी बनाने का ऐलान किया।  

इस अवसर पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. उदयभान ने कहा कि आज सफीदों की धरती पर जनआक्रोश रैली में उमड़ी भारी भीड़ इस बात का प्रतीक है कि हरियाणा से बीजेपी-जेजेपी सरकार जा रही है और कांग्रेस सरकार आ रही है। बीजेपी की झूठी गारंटियों की पोल खोलते हुए कहा कि इनकी जुमलेबाजियों ने प्रदेश की जनता को गुमराह करने का काम किया है। किसान की दोगुनी आमदनी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों, सी-2+50 प्रतिशत फार्मूले पर भाव, हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज में यात्रा करवाने, हर व्यक्ति के सिर पर छत की झूठी गारंटी दी गयी। इस चुनाव में वोट देते समय जनता को फैसला करना है कि इनकी कौन सी गारंटी पूरी हुई। 

उन्होंने कहा कि हरियाणा में खट्टर सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है। इस सरकार ने साढ़े 9 साल में कोई नया काम किया नहीं उलटे प्रदेश पर 4 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्जा चढ़ा दिया। प्रदेश में पैदा होने वाले हर बच्चे पर 132800 रुपये का कर्ज है। प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि बीजेपी-जेजेपी लगातार गरीबों की कल्याणकारी योजनाओं पर चोट मार रही है। प्रदेश की मौजूदा सरकार ने परिवार पहचान पत्र को हथियार बनाकर 5 लाख बुजुर्गों और विधवाओं की पेंशन काट दी। 9 लाख 60 हजार परिवारों के पीले राशन कार्ड काट दिये। केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले 405 करोड़ रुपए सरकार खर्च ही नहीं कर पाई। 1,30,879 मकान की ग्रांट को सरकार ने सरेंडर कर दिया। इस सरकार ने 4800 सरकारी स्कूल मर्ज कर दिए, 498 स्कूल बंद कर दिये गये, 538 स्कूलों लड़कियों के लिये शौचालय नहीं है, 1047 स्कूलों में लड़कों के लिये शौचालय नहीं है। 8640 स्कूलों के कमरों की जरुरत है। इन स्कूलों में गरीबों, वंचितों के बच्चे पढ़ते हैं। इस सरकार ने षड्यंत्र के तहत अध्यापकों के हजारों पद खाली रखे हुए हैं। इस सरकार ने हुड्डा सरकार के समय मेडिकल की 40 हजार रुपये की फीस को 10 लाख रुपये सालाना बढ़ाकर गरीब के बच्चों के डाक्टर बनने के सपने को ही तोड़ दिया।  


सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने रैली को संबोधित करते हुए हरियाणा में देश की सबसे ज्यादा बेरोज़गारी का मुद्दा उठाया और कहा कि हर घर में नौजवान बेरोजगार हैं। आज न प्राईवेट सेक्टर में रोजगार है, न सरकारी क्षेत्र में रोजगार मिल रहा है। 2 लाख सरकारी पद समाप्त कर दिये गये। कोई औद्योगिक क्षेत्र नहीं लगा, पक्की नौकरियों को कौशल निगम या अग्निवीर जैसी योजनाओं के जरिये कच्चा किया जा रहा है। दो दर्जन से ज्यादा भर्ती घोटाले हुए, एचपीएससी के दफ्तर में करोड़ों रुपए की घूस पकड़ी गई। हरियाणा की सरकारी भर्तियों में जो लिस्ट आ रही है उसमें ज्यादातर दूसरे प्रदेशों के नौजवानों को हरियाणा की लिस्ट में जगह दी जा रही है। इसका उदाहरण देते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि एसडीओ भर्ती में 80 में से 78 बाहर के चयनित हुए। एसडीओ इलेक्ट्रिकल में 99 में से 77 बाहर के, असिस्टेंट प्रोफेसर टेक्निकल की लिस्ट में 156 में से 103 बाहर के चयनित हुए और अब हाल में एसडीओपी लिस्ट में 7 में से 4 पदों पर दूसरे प्रदेश के लोगों की भर्ती कर ली गई। ऐसे में हरियाणा का युवा कहां जाएगा! उन्होंने सीधा सवाल किया कि खर्ची पर्ची की बात करने वाली खट्टर सरकार बताये कि दूसरे प्रदेशों से कौन सी पर्ची आती है जिन्हें खट्टर सरकार नौकरी दे रही है। बीजेपी-जेजेपी सरकार ने एचपीएससी में चेयरमैन भी झारखंड से लाकर बैठा दिया। 

उन्होंने कहा कि विकास दर में हरियाणा 17वें नंबर पर आ गया। प्रदेश भर में स्कूलों को बंद किया जा रहा है। 10 साल तक हरियाणा में 1 भी शिक्षक की भर्ती नहीं हुई। जबकि कांग्रेस सरकार के समय 2700 नये स्कूल खोले गये और 1 लाख से ज्यादा भर्ती अकेले शिक्षा विभाग में की गयी थी। किसानों के 1600 करोड़ के बिजली बिल माफ किए गए थे, 2200 करोड़ के कोऑपरेटिव कर्जे माफ किए गए, धान, पॉपुलर गेहूं, गन्ने के सबसे अच्छे भाव दिये गये। जींद-गोहाना-दिल्ली रेल लाइन बिछी, 4 थर्मल कारखाने, 1 परमाणु बिजली कारखाना, 12 सरकारी विश्वविद्यालय, जिसमें जींद में चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय स्थापित हुए, हरियाणा के 4 शहरों को मेट्रो से जोड़ा। कुल 81 किलोमीटर मेट्रो बनी, 4 लाख गरीब परिवारों को 100-100 गज के प्लाट मिले, ढाई लाख परिवारों को इंदिरा आवास योजना में 2 कमरे के मकान मिले। हमारी सरकार के समय सफीदों में कॉलेज, अस्पताल बने। जींद में कॉलेज, अस्पताल, यूनिवर्सिटी बने। बीजेपी-जेजेपी ने साढ़े 9 साल में एक कोई नया काम किया हो तो बताए। बीजेपी-जेजेपी सरकार ने इस पूरे इलाके की घोर अनदेखी की।  

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 2014 तक कानून-व्यवस्था के मामले में हरियाणा देश में सबसे सुरक्षित राज्यों में गिना जाता था। आज कानून-व्यवस्था की हालत बदतर हो चुकी है। व्यापारी पलायन कर रहे हैं। जो हरियाणा रोजगार देने में नंबर 1 था वो बेरोजगारी में नंबर 1 बन गया। हरियाणा में ऐसी स्थिति आ गयी कि यहां का नौजवान अपना सबकुछ बेचकर प्रदेश-देश छोड़कर जाने को मजबूर है। रोजगार की तलाश में हरियाणा से लाखों युवा पलायन कर गए। वे अपना सबकुछ बेचकर या लाखों रुपए का कर्ज लेकर अपना घर, अपने माता-पिता, प्रदेश-देश को छोड़कर दूसरे देशों में जाने को मजबूर हैं। पिछले 10 साल में हरियाणा में बेरोजगारी ने हालात बदतर कर दिये। युवा बेरोज़गारी से उपजी हताशा के चलते नशे के चंगुल में फंस रहे हैं और नशे से अपराध में फंस रहे हैं। 

दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। पिछले चुनाव में बीजेपी-जेजेपी ने 75 पार का नारा दिया। लेकिन 14 में से 12 मंत्री विधानसभा चुनाव हार गये। जिस जेजेपी ने बीजेपी के खिलाफ यमुना पार का नारा दिया उसने 5100 रुपये बुढ़ापा पेंशन और हरियाणा के नौजवानों को 75 प्रतिशत रिजर्वेशन के नाम पर समझौता किया। 5100 की पेंशन तो मिली नहीं जिनको मिल रही थी उनमें से ज्यादातर की और कट गयी। इनका समझौता पेंशन या रिजर्वेशन का नहीं बल्कि मिलकर हरियाणा को लूटने का, अपने भ्रष्टाचार की फाईलों को बंद कराने का था। बीजेपी ने काले धन वालों को बीजेपी में लाने का नारा लगाना शुरु कर दिया। बीजेपी-जेजेपी ने आपस में महकमे बांट लिये और प्रदेश में लूट मचा दी। इस सरकार से दुखी हर वर्ग सड़क पर आ गया। अपने हक की आवाज उठाने पर किसान, कर्मचारी, मनरेगा मजदूर, ग्रामीण चौकीदार, अग्निपथ योजना के विरोध में नौजवानों, आशा कार्यकर्ताओं और पंच सरपंचों पर लाठियां बरसायी गईं। उन्होंने आगे कहा कि दुःख इस बात का है कि बीजेपी-जेजेपी का अहंकार सातवें आसमान पर है। मुख्यमंत्री खुलेआम जनता का अपमान करते हैं। एक महिला ने रोजगार मांगा तो उन्हें चंद्रयान पर बैठाकर भेजने की बात कही। करनाल में लोगों को कहा कि उनके सुरक्षाकर्मी धक्के मारकर बाहर कर देंगे। सिरसा में एक दलित बुजुर्ग महिला ने मुख्यमंत्री के सामने रो कर गुहार लगायी कि नशे ने उनका जवान बेटा उनसे छीन लिया। मुख्यमंत्री जी नशा कारोबारियों पर कार्रवाई करो ताकि किसी और मां को अपना बेटा ना गंवाना पड़े तो अहंकार में चूर मुख्यमंत्री ने उस विधवा महिला को सरेआम अपमानित किया। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश की जनता बदलाव का निर्णय ले चुकी है और आने वाले चुनाव में अपने वोट की चोट से बीजेपी-जेजेपी का घमंड तोड़ देगी। 

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia