हाथरस कांडः पीड़िता का गांव सील, परिवार बंधक, यूपी से दिल्ली तक दिनभर रही गहमागहमी

हाथरस कांड पर चौतरफा घिरी योगी सरकार शुक्रवार को पीड़िता के भाई के बयान के बाद एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई। इस बीच योगी सरकार ने पीड़िता के गांव को पूरी तरह सील कर दिया और मीडिया के भी प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के साथ गैंगरेप और नृशंस हत्या के मामले पर पूरे देश में आक्रोश फैला हुआ है। शुक्रवार को भी सुबह से पीड़िता के गांव से लेकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और देश की राजधानी दिल्ली तक में इस मुद्दे को लेकर गहमागहमी रही। तमाम विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे पर यूपी सरकार को घेरते हुए जमकर निशाने पर लिया। इस बीच चौतरफा घिरी योगी सरकार शुक्रवार को पीड़िता के भाई के बयान के बाद एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई। इस बीच योगी सरकार ने पीड़िता के गांव को सील कर दिया और मीडिया को प्रवेश को भी प्रतिबंधित कर दिया।

पीड़िता के भाई ने पुलिस पर मारपीट और बंधक बनाने का आरोप लगाया

हाथरस जिले के बूलगढ़ी गांव के बाहर खेतों से छिपते-छिपाते मीडिया तक पहुंचे गैंगरेप पीड़िता के भाई ने आरोप लगाया कि पुलिस-प्रशासन द्वारा परिवार को परेशान और प्रताड़ित किया जा रहा है। हाथरस पीड़िता के भाई ने डीएम पर भी गंभीर आरोप लगाया है। उसने बताया कि डीएम ने उसके ताऊ की छाती पर लात मारी और डराया, धमकाया। साथ ही मीडिया वालों से मिलने से भी मना किया। पाड़िता के भाई ने कहा कि पूरे परिवार को पुलिस ने घर में कैद कर दिया है। यहां तक कि सभी के फोन छीन लिए गए हैं।

पीड़िता का गांव सील, मीडिया का भी प्रवेश निषेध

हाथरस कांड को लेकर चौतरफा बवाल के बीच पीड़िता के गांव बूलगढ़ी को सील कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि एसआईटी जांच होने तक न मीडिया और न किसी और को गांव में जाने दिया जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा गांव में मीडिया के प्रवेश पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। गांव के आसपास शुक्रवार को भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई और यहां तक कि स्थानीय लोगों की आवाजाही भी प्रतिबंधित कर दी गई है। मीडियाकर्मियों को पीड़ित के घर तक पहुंचने और उसके परिवार से मिलने से रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को खेतों में भी खड़ा पाया गया। एक स्थानीय अधिकारी ने कहा कि जिले में धारा 144 लागू होने के कारण प्रतिबंध लगाया गया है।

हाथरस पीड़िता के लिए प्रार्थना सभा में शामिल हुईं प्रियंका

वहीं, शुरू से इस मामले पर लगातार आक्रामक रुख अख्तियार किए हुए प्रियंका गांधी ने देर शाम दिल्ली के एक वाल्मिकि मंदिर में हाथरस की पीडिता की शांति के लिए आयोजित प्रार्थना सभा में भाग लिया। उन्होंने कहा कि जो भी उस लड़की के साथ किया गया, उसको झेलते हुए भी सरकार की कोई मदद नहीं मिली। उसका परिवार अकेला महसूस कर रहा होगा। इसलिए मैं यहां आई हूं, ताकि आपको या उनके परिवार को ये महसूस न हो कि वो अकेले हैं।

जंतर-मंतर से चंद्रशेखर ने पीएम मोदी से हाथरस पर मांगा जवाब

भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आजाद ने हाथरस कांड को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। गांधी जयंती के मौके पर चन्द्रशेखर ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन का ऐलान करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री जी कब तक आप चुप रहेंगे, हम आ रहें हैं आपसे जवाब मांगने। चंद्रशेखर ने एक वीडियो संदेश में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री कहते हैं कि दलितों को मत मारो, चुनाव से पहले वह दलितों के पैर धोते हैं और नारा देते हैं 'बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ'। लेकिन जिस उत्तर प्रदेश से चुनकर सदन में गए, उसी उत्तर प्रदेश के हाथरस की बेटी के साथ हैवानियत होती है। उसकी हड्डी तोड़ी जाती है, उसकी जीभ काट दी जाती है। रेप और उसका कत्ल होता है वहीं उसके शव को कचरे की तरह जलाया जाता है। उत्तर प्रदेश में मानवता शर्मसार होती है उसके परिवार को बंधक बना लिया जाता है, प्रशासन द्वारा धमकी दी जाती है। तब प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते हैं। आखिर कब तक आप चुप रहेंगे प्रधानमंत्री जी? आपको जवाब देना पड़ेगा।

राहुल गांधी ने कहा- सच छुपाने के लिए दरिंदगी पर उतरी योगी सरकार

राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर हाथरस गैंगरेप कांड को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला। उन्होंने पूछा कि आखिर पीड़िता के गांव जाने से लोगों को क्यों रोका जा रहा है। राहुल गांधी ने इस पर ट्वीट करते हुए कहा, “यूपी प्रशासन सच छुपाने के लिए दरिंदगी पर उतर चुका है। ना तो हमें, ना मीडिया को पीड़िता के परिवार से मिलने दिया जा रहा और न ही उन्हें बाहर आने दे रहे हैं, ऊपर से परिवारजनों के साथ मार-पीट और बर्बरता। कोई भी भारतीय ऐसे बरताव का समर्थन नहीं कर सकता।”

पीड़िता के गांव जा रहे डेरक समेत टीएमसी नेताओं पर पुलिस बर्बरता

एक दिन पहले गुरुवार को पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस जा रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ यूपी पुलिस ने जो बर्बरता की, उसे एक बार फिर शुक्रवार को टीएमसी नेताओं के साथ दोहराया। आज दिन में पीड़िता के परिजनों से मिलने हाथरस जा रहे डेरेक ओ ब्रायन समेत टीएमसी के प्रतिनिधिमंडल को हाथरस के बॉर्डर पर ही रोक दिया गया। इस दौरान डेरेक ओ ब्रायन के साथ धक्का मुक्की की गई और उनपर हमला हुआ जिससे वह घायल हो गए। वहीं प्रतिमा मंडल ने आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने उनका ब्लाउज खींचने की कोशिश की। हाथरस जाने से रोके गए नेताओं में तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन, डॉ. काकोली घोष दस्तीदार, प्रतिमा मंडल और पूर्व सांसद ममता ठाकुर शामिल थे। बता दें कि इससे पहले गुरूवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ यूपी पुलिस ने धक्का मुक्की की थी, जिससे राहुल गांधी नीचे गिर गए थे।

लखनऊ में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज

उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप समेत प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध, गिरती कानून-व्यवस्था और केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आज समाजवादी पार्टी ने लखनऊ में कई जगहों पर प्रदर्शन किया। सबसे पहले एसपी कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर मौन व्रत रखकर प्रदर्शन किया और योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज कर दिया और नेताओं को भी खदेड़-खदेड़ कर पीटा। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुराग भदौरिया पर भी जमकर लाठियां बरसाई गईं। उन्होंने मीडियाकर्मियों को अपने घाव के निशान भी दिखाए।

इसके बाद एसपी के सभी विधायक और एमएलसी पार्टी कार्यालय पर जुटे और नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के नेतृत्व में पैदल मार्च करना शुरू किया। इस दौरान राजभवन चौराहे पर उन्हें पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद पार्टी के सभी विधायक राजभवन चौराहे पर धरने पर बैठे गए। कई घंटे की धक्का-मुक्की के बाद पुलिस ने सभी विधायकों को हिरासत में ले लिया। इसमें नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी और सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी हिरासत में लिए गये।

केजरीवाल ने योगी को दिलाया याद- हम मालिक नहीं, सेवक

हाथरस कांड को लेकर चौतरफा मचे घमासान के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। केजरीवाल ने ट्वीट कहा कि हाथरस की घटना बहुत दर्दनाक है और पीड़ित परिवार के साथ सरकार का आचरण भी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र में रह रहे हैं और सत्ता में बैठे लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि वे इस देश के मालिक नहीं बल्कि सेवक हैं। इससे पहले बीते दिनों केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि हाथरस की पीड़िता का पहले कुछ वहशियों ने बलात्कार किया और फिर पूरे सिस्टम ने बलात्कार किया। पूरा प्रकरण बेहद पीड़ादायी है।

चौतरफा हंगामे के बीच योगी का राज्य में महिलाओं के सुरक्षित होने का दावा

हाथरस गैंगरेप और हत्याकांड को लेकर यूपी सरकार और यूपी पुलिस के रवैये पर चौतरफा उठते सवालों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक नया ट्वीट आया है। योगी ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि गैंगरेप के आरोपियों को ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। योगी ने लिखा, 'उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। आपकी यूपी सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है। यह हमारा संकल्प है-वचन है।'

बता दें कि 14 सितंबर को हाथरस के एक गांव में दरिंदगी का शिकार हुई 19 साल की दलित समुदाय की लड़की की मंगलवार को दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके शरीर में इतनी गंभीर चोटें लगी थीं कि वो पैरालाइज्ड हो गई थी। उसके गर्दन को मरोड़ दिया गया था, जिससे उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसकी जीभ काटी गई थी। वहीं अपनी बेटी के साथ ऐसी दरिंदगी से और फिर उसे खोने के गम में डूबे परिवार पर इतना बड़ा पहाड़ काफी नहीं था कि शव लेकर गांव पहुंची यूपी पुलिस ने जबरदस्ती परिवार की गैरमौजूदगी में आधी रात के अंधेरे में ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया।

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Published: 02 Oct 2020, 6:23 PM