खुशखबरी: भारत में इस दिन से शुरू होगी वैक्सीनेशन की प्रक्रिया! पॉइंट्स में समझिए सरकार ने क्या कहा?

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोवैक्सीन के इस्तेमाल से पहले रजामंदी लेना जरूरी होगा। अगर मंजूरी मिलती है तो ही उसके 10 दिन बाद वैक्सीन रोल आउट हो सकता है। हेल्थ वर्कर्स और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन के लिए Co-WIN पर रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी। अन्य आबादी को रजिस्ट्रेशन की जरूरत होगी।

फोटो: Getty Images
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पवन नौटियाल @pawanautiyal

देश में मुफ्त कोरोना वैक्सीन लगाने के ऐलान के बाद अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीनेशन पर खुशखबरी दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 10 दिनों में वैक्सीन लगनी शुरू हो सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोवैक्सीन के इस्तेमाल से पहले रजामंदी लेना जरूरी होगा। अगर मंजूरी मिलती है तो ही उसके 10 दिन बाद वैक्सीन रोल आउट हो सकता है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा?

  • पूरी तैयारी के साथ ही वैक्सीनेशन शुरू किया जाएगा

  • 10 दिनों में वैक्सीन लगनी शुरू हो सकती है

  • टीकाकरण की प्रक्रिया डिजिटल निगरानी पर किया जाएगा

  • फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है

  • एक टीकाकरण टीम में 5 लोग रहेंगे

  • देश के 5 राज्यों में ड्राई रन सफल रहा है

  • वैक्सीन स्टोर करने के लिए देश में 41 हजार कोल्ड स्टोरेज हैं

  • हेल्थ वर्कर्स और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन के लिए Co-WIN पर रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होगी

  • अन्य आबादी को रजिस्ट्रेशन की जरूरत होगी

स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे बताया कि देश के 5 राज्यों में ड्राई रन सफल रहा है। आपको बता दें, भारत में अब तक कोरोना के नए वेरिएंट के 71 मामले सामने आए हैं। स्वस्थ्य मंत्रालय का कहना है कि यूके के नए स्ट्रेन का वैक्सीन के असर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीन की जगहों पर तापमान मापने के यंत्र होगा। हमने ड्राई रन के लिये 125 जिलों में 286 सेशंस साइट्स तैयार की हैं।

इसके साथ ही डिजिटल माध्यम से ही वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज देने के लिए तारीख दिया जाएगा। डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत यूनिक हेल्थ आईडी भी बनाया जा सकेगा। वहीं कैडिला के वैक्सीन DNA आधारित वैक्सीन है। परीक्षण के दौरान देखा गया कि अच्छी एंटीबॉडी बनी है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन को रखने के लिए 2-8 डिग्री तापमान की जरूरत है।

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