कोलकाता में भारी बारिश से जनजीवन ठप, करंट लगने से 7 लोगों की मौत, 30 से अधिक उड़ानें रद्द

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारी बारिश को अभूतपूर्व बताया और फरक्का बैराज से गाद नहीं निकाले जाने की और लोगों की मौत के लिए निजी बिजली कंपनी सीईएससी की चूक की आलोचना की। साथ ही उन्होंने लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए घरों के अंदर रहने की अपील की।

कोलकाता में भारी बारिश से जनजीवन ठप, करंट लगने से 7 लोगों की मौत, 30 से अधिक उड़ानें रद्द
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नवजीवन डेस्क

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मूसलाधार बारिश से मंगलवार को चारों ओर जलभराव हो गया जिससे आम जनजीवन ठप हो गया। इस दौरान करंट लगने से अब तक सात लोगों की मौत हो गई है। वहीं भारी बारिश और जलभराव के कारण कोलकाता एयरपोर्ट से उड़ने वाली 30 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गईं और कई अन्य में काफी देरी हुई। रात भर हुई भारी बारिश के कारण कोलकाता में ऐसे वक्त में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है जब शहर अपने सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा की तैयारी कर रहा है, जो इस सप्ताह के अंत में शुरू होगी।

अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए, जिससे यातायात, सार्वजनिक परिवहन और ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारी बारिश को अभूतपूर्व बताया और फरक्का बैराज से गाद न निकालने और निजी बिजली कंपनी सीईएससी की चूक की आलोचना की। साथ ही उन्होंने लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए घरों के अंदर रहने की अपील की।

ममता ने एक बंगाली समाचार चैनल से कहा, ‘‘मैंने ऐसी बारिश पहले कभी नहीं देखी। मुझे उन लोगों के लिए बहुत दुख हो रहा है जिन्होंने बादल फटने के कारण अपनी जान गंवाई है। मैंने सुना है कि खुले तारों से करंट लगने से सात-आठ लोगों की मौत हो गई है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है... उनके परिवारों को सीईएससी द्वारा नौकरी दी जानी चाहिए। मैं यह स्पष्ट रूप से कह रही हूं। हम भी हरसंभव मदद करेंगे।’’

बिजली कंपनी को सीधे तौर पर दोषी ठहराते हुए उन्होंने कहा, ‘‘बिजली की आपूर्ति सीईएससी द्वारा की जाती है, न कि हमारे द्वारा। यह सुनिश्चित करना उनका कर्तव्य है कि लोगों को इससे परेशानी न हो। वे यहां व्यापार करेंगे, लेकिन आधुनिकीकरण नहीं करेंगे? उन्हें लोगों को भेजकर इसे ठीक करना चाहिए।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यहां तक कि हमारे मकान भी जलमग्न हैं, हम सब परेशान हैं। मुझे पूजा पंडालों के लिए भी बहुत बुरा लग रहा है। स्कूलों को छुट्टियां घोषित करने के लिए कहा गया है और कार्यालय जाने वालों को आज और कल घर पर रहने की सलाह दी गई है।’’ ममता ने यह भी बताया कि वह महापौर, मुख्य सचिव और पुलिस के लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘फरक्का की ठीक से सफाई नहीं हुई है, इसलिए हर बार जब बारिश होती है, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मुंबई, दिल्ली, हर जगह जलभराव हो जाता है। इस बार बारिश थोड़ी असामान्य है।’’

कोलकाता के महापौर और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हाकिम ने बताया कि अब तक हमें शहर में अलग-अलग जगहों पर करंट लगने से चार लोगों की मौत की सूचना मिली है। लेकिन बाद में आधिकारिक तौर पर सात लोगों की मौत की पुष्टि की गयी। हाकिम ने बताया कि शहर के अधिकांश हिस्सों में जलभराव हो गया है और कोलकाता नगर निगम (केएमसी) की टीम पानी निकालने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं।


उन्होंने बताया कि केएमसी अधिकारी कड़ी मेहनत कर रहे हैं लेकिन नहरें और नदियां पानी से लबालब भरी हैं और हर बार जब पानी निकाला जाता है, तो शहर के अंदर और पानी घुस जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘रात लगभग 10 बजे तक स्थिति में सुधार होने की उम्मीद की जा सकती है।’’ इस बीच मुख्य सड़कों पर वाहन फंसे रहे, यात्रियों को कई चौराहों पर कमर तक पानी से होकर गुजरना पड़ा और ब्लू लाइन के एक लंबे हिस्से पर मेट्रो सेवाएं स्थगित कर दी गईं।

मूसलाधार बारिश के कारण हवाई यात्रा भी बुरी तरह प्रभावित हुई, जिसके कारण कम से कम 30 उड़ानें रद्द कर दी गईं और कई अन्य में काफी देरी हुई। कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रतिकूल मौसम के कारण कई उड़ानें रद्द कर दी गईं। अधिकारियों ने लगातार बारिश और सीमित दृश्यता को प्रमुख सुरक्षा चिंता बताया।

कोलकाता हवाई अड्डे के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘अब तक कम से कम 30 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और 31 अन्य में देरी हुई हैं।’’ हवाई यात्रा में और अधिक व्यवधान आने की आशंका है, क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आने वाले दिनों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है, जिसका कारण बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में बन रहे निम्न दबाव का क्षेत्र है।

अधिकांश मुख्य सड़कों पर यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पार्क सर्कस, गरियाहाट, बेहाला और कॉलेज स्ट्रीट जैसे प्रमुख चौराहों पर घुटने से कमर तक पानी भरा है, जिससे वाहन घंटों तक फंसे रहे। ईएम बाईपास, एजेसी बोस रोड और सेंट्रल एवेन्यू पर लंबे समय तक यातायात जाम की सूचना मिली, जबकि दक्षिण और मध्य कोलकाता की कई छोटी-छोटी गलियों में कमर तक पानी भर गया, जिससे वहां आवाजाही बाधित हो गयी है। यात्रियों ने बसों के बीच रास्ते में खराब होने की शिकायत की, जबकि टैक्सियां और ऐप आधारित कैब या तो सड़कों से नदारद रहीं या फिर उन्होंने बहुत ज़्यादा किराया वसूला।

भारी बारिश और सड़कों पर पानी भर जाने के कारण कई स्कूलों ने छुट्टी घोषित कर दी है। कलकत्ता विश्वविद्यालय और जादवपुर विश्वविद्यालय ने भी दिन भर के लिए सभी शैक्षणिक गतिविधियां स्थगित कर दीं। पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार को सरकारी शिक्षण संस्थानों में निर्धारित समय से दो दिन पहले ही दुर्गा पूजा की छुट्टियां घोषित कर दीं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा करंट से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जलभराव वाली सड़कों से दूर रहने की अपील और स्कूलों में छुट्टियां करने या ऑनलाइन कक्षाएं शुरू करने के निर्देश के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने घोषणा की कि सभी सरकारी शिक्षण संस्थान 24 और 25 सितंबर को बंद रहेंगे।


सार्वजनिक परिवहन की कमी और यातायात जाम के कारण कार्यालय जाने वालों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। ट्रेन और मेट्रो रेल सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हैं। ब्लू लाइन (दक्षिणेश्वर-शहीद खुदीराम) के मध्य भाग में विशेष रूप से महानायक उत्तम कुमार और रवींद्र सरोबर स्टेशनों के बीच भारी जलभराव की सूचना मिली है, जिसके कारण इस खंड पर सेवाओं को तत्काल निलंबित कर दिया गया है।

मेट्रो रेलवे कोलकाता के एक प्रवक्ता ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शहीद खुदीराम और मैदान स्टेशनों के बीच सुबह से ही सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दक्षिणेश्वर और मैदान स्टेशनों के बीच संक्षिप्त रूप से सेवा उपलब्ध है।’’ उन्होंने कहा कि जल्द ही सामान्य सेवाएं बहाल होने की उम्मीद है।

पूर्वी रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पटरियों पर पानी भर जाने के कारण सियालदह दक्षिण खंड में ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है, जबकि सियालदह उत्तर और मुख्य खंड में अस्थाई सेवाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण पटरियों पर पानी भर जाने से पूर्वी रेलवे के हावड़ा और कोलकाता टर्मिनल स्टेशनों के लिए ट्रेन सेवाएं आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं। उन्होंने बताया कि चितपुर यार्ड में जलभराव के कारण सर्कुलर रेलवे लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही भी रोक दी गई है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण दक्षिण बंगाल के कई जिलों में और भारी बारिश होने की संभावना है। कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के अनुसार, शहर के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों में बारिश की तीव्रता ज्यादा रही। गरिया कामदहारी में कुछ ही घंटों में 332 मिलीमीटर बारिश हुयी, जबकि जोधपुर पार्क में 285 मिमी बारिश दर्ज की गई। कालीघाट में 280 मिमी, तोपसिया में 275 मिमी, बल्लीगंज में 264 मिमी, जबकि उत्तरी कोलकाता के थंटानिया में 195 मिमी बारिश हुयी।

मौसम विभाग ने चेतावनी दी कि बुधवार तक दक्षिण बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम और बांकुड़ा जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। उसने कहा कि 25 सितंबर के आसपास पूर्व-मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक और नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।

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