उत्तरकाशी में भारी बर्फबारी बनी आफत! कालिंदी ट्रैक में गाइड की मौत, 14 ट्रैकर्स भी फंसे, सेना से मांगी मदद

समुद्र तल से 19 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित कालिंदी ट्रैक पर गए दल में शामिल एक गाइड की मौत की खबर है। दल में शामिल 14 ट्रैकर्स भी वहीं फंसे हैं। फंसे हुए ट्रैकर्स को सेना के हेलिकॉप्टर से सुरक्षित रेस्क्यू किए जाने के लिए मदद मांगी गई है।

फोटो: IANS
फोटो: IANS
user

नवजीवन डेस्क

समुद्रतल से करीब 19 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित उत्तरकाशाी में कालिंदी ट्रैक पर गए 14 सदस्यीय दल के गाइड की मौत की सूचना मिल रही है। ट्रैकिंग एजेंसी ने उत्तरकाशी प्रशासन को मामले की सूचना दी है। ट्रैकिंग एजेंसी ने आपदा प्रबंधन विभाग से ट्रैक पर गए दल को सुरक्षित रेस्क्यू करने की मांग की है। जिला आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, मई के अंतिम सप्ताह में 14 सदस्यीय दल गंगोत्री से कालिंदी ट्रैक के लिए रवाना हुआ था। इस ट्रैक के बेस कैंप में पहुंचते ही अधिक बर्फबारी होने के कारण दल वहां फंस गया।

समुद्र तल से 19 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित कालिंदी ट्रैक पर गए दल में शामिल एक गाइड की मौत की खबर है। दल में शामिल 14 ट्रैकर्स भी वहीं फंसे हैं। ट्रैकिंग एजेंसी ने जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग से फंसे हुए ट्रैकर्स को सेना के हेलिकॉप्टर से सुरक्षित रेस्क्यू किए जाने के लिए मदद मांगी है। आपदा प्रबंधन विभाग ने इसकी जानकारी शासन को दे दी है। वहीं एजेंसी की एक रेस्क्यू टीम सोमवार को दल की खोजबीन के लिए रवाना हो गई।

गंगोत्री पर्वत श्रेणी से यह ट्रैक बद्रीनाथ निकलता है। बर्फबारी के कारण वहां की भौगोलिक परिस्थितियां खराब हो जाती हैं। ट्रैकिंग एजेंसी ने जिलाधिकारी को दल में शामिल एक गाइड की मौत होने की सूचना दी है। वहीं, अन्य लोग भी अभी वापस नहीं लौटे हैं। ट्रैकिंग एजेंसी की ओर से ट्रैकर्स को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए हेलिकॉप्टर सेवा की मांग की है।

जिला आपदा प्रबंधन के अनुसार 19 हजार फीट की ऊंचाई पर प्राइवेट हेलिकॉप्टर नहीं जा सकते। इसके लिए सेना के हेलिकॉप्टर की आवश्यकता होगी। जिसके लिए शासन को सूचना दे दी गई है। जिला आपदा प्रबंधन के अनुसार रविवार देर शाम एक गाइड की मौत और ट्रैकर्स के फंसे होने की सूचना प्रशासन को मिली है।

गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक आरएन पांडेय ने कालिंदी ट्रैक पर एक गाइड की मौत होने की सूचना की पुष्टि की है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia