दिल्ली से सटे हरियाणा के जिलों में उच्च पॉजिटिविटी दर हुई खतरनाक, ग्रामीण क्षेत्रों में फैला संक्रमण

राजधानी से सटे गुरुग्राम में मंगलवार को 2,659, फरीदाबाद में 1,255 और सोनीपत में 609 नए मामले मिले। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने 64,874 नमूनों की जांच की। अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश मामले चार जिलों से आ रहे हैं जो दिल्ली के 50-60 किलोमीटर के दायरे में हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के आसपास के हरियाणा के जिलों में कोरोना संक्रमण की उच्च पॉजिटिविटी दर खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। यहां कोरोना के अधिकांश मामले ग्रामीण क्षेत्रों से सामने आ रहे हैं, जिसने चिंता को बढ़ा दिया है। हालात संगीन होने के बाद अब जाकर खट्टर सरकार कुछ एक्शन मोड में नजर आ रही है।

राज्य के अधिकारियों ने बुधवार को जानकारी दी कि राज्य की पॉजिटिविटी दर 21.46 प्रतिशत तक पहुंच गई है। वहीं, राजधानी से सटे गुरुग्राम में मंगलवार को 2,659, फरीदाबाद में 1,255 और सोनीपत में 609 नए मामले सामने आए। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने 64,874 नमूनों का परीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि अधिकांश मामले चार जिलों से आ रहे हैं जो दिल्ली के 50-60 किलोमीटर के दायरे में हैं।

मेवात के नूंह और गुरुग्राम के बाद, मुख्य रूप से फरीदाबाद, सोनीपत और पलवल के ग्रामीण क्षेत्र राज्य के कोरोना वायरस हॉटस्पॉट बन गए हैं। एक अधिकारी ने स्वीकार किया कि इससे राष्ट्रीय राजधानी के आसपास के इलाकों में कोरोना मामले में भारी वृद्धि की आशंका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 5 मई को कहा था कि 37 प्रतिशत के साथ, हरियाणा उच्चतम पॉजिटिविटी दर के मामले में गोवा( 48 प्रतिशत) के बाद दूसरे स्थान पर है।


राज्य के हालात पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने सरकार को सलाह दी है कि वे अचानक आने वाले मामलों को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक विशेष नीति तैयार करें। उन्होंने कहा, "गांवों में एक बड़ी आबादी कोविड की चपेट में आ गई है और वे इलाज के अभाव में अपने जीवन के लिए लड़ रहे हैं। जबकि गांवों में मामले बढ़ गए हैं, वहां परीक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है और न ही उनका इलाज किया जाता है, जिससे लोग घरेलू उपचार करने को मजबूर हो रहे हैं।"

मामला गंभीर होने पर मंगलवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री खट्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 मामलों में वृद्धि का संज्ञान लेते हुए निर्देश दिया कि वे 15 मई तक हॉटस्पॉट श्रेणी में आने वाले गांवों में अलगाव केंद्र स्थापित करें और चिकित्सा जांच करें। उन्होंने निर्देश दिया कि मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन के भंडारण के लिए जल्द से जल्द ऑक्सीजन टैंक का निर्माण किया जाए। उन्होंने हर जिले में पांच से 10 नए वेंटिलेटर लगाने का भी निर्देश दिया।

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