कर्नाटक में हिजाब विवाद हुआ हिंसक, शिक्षक और मुस्लिम छात्र की सरेआम पिटाई, मूकदर्शक बने रहे बीजेपी विधायक

मांड्या जिले के पीईएस कॉलेज में हिजाब पहनी एक छात्रा को देखते ही सैकड़ों लड़कों का हुजूम उसके पीछे पड़ गया और जय श्री राम के नारे लगाने लगा। इससे नाराज होकर युवती ने भी अल्लाहु-अकबर का नारा लगाया। इससे भीड़ और भड़क गई और पूरे परिसर में उसका पीछा किया।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कर्नाटक में हिजाब विवाद ने अब हिंसक मोड़ ले लिया है। मंगलवार को पूरे कर्नाटक में हिंसा से जुड़ी कई घटनाएं देखने को मिलीं। बागलकोट जिले में उग्र युवाओं ने एक शिक्षक पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई है। वहीं शिवमोग्गा जिले में भीड़ ने एक मुस्लिम छात्र की पिटाई कर दी और इसके बावजूद बीजेपी विधायक हरातालु हलप्पा मूकदर्शक बने रहे।

छात्रों के विरोध के बाद भड़की हिंसा के बाद बागलकोट जिले के बनहट्टी कस्बे में उग्र भीड़ ने स्कूल शिक्षक मंजूनाथ नाइक (30) पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। खून से लथपथ मंजूनाथ नाइक ने मीडियाकर्मियों से कहा कि सड़क पार कर रहा था कि लोगों के एक समूह ने मेरे सिर पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। बाद में पुलिस उन्हें अस्पताल लेकर गई। बनहट्टी शहर में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है और पुलिस ने हिंसा की किसी भी घटना से बचने के लिए व्यापक बंदोबस्त किए हैं।

एक अन्य घटना में बीजेपी विधायक हरातालु हलप्पा मूकदर्शक बने रहे, जबकि हिंसक भीड़ एक छात्र पर हमला करती रही। यह घटना तब हुई, जब हलप्पा ने पथराव और लाठीचार्ज की घटना में घायल छात्रों के बारे में पूछताछ करने के लिए सागर जिला अस्पताल का दौरा किया।
बड़ी संख्या में छात्र समूह अस्पताल के प्रवेश द्वार पर तैनात दिखे। छात्र समूहों ने हलप्पा से शिकायत करने की कोशिश की। हिंदू और मुस्लिम छात्रों ने नारे भी लगाए और एक-दूसरे की निंदा की।

इस बीच, घटना ने उस समय हिंसक रूप ले लिया, जब भगवा शॉल पहने छात्रों ने हिजाब के समर्थन में नारे लगाने वाले एक छात्र पर अचानक हमला कर दिया। जब उनके सामने हिंसक घटनाएं हो रही थीं, तब भी विधायक हलप्पा ने हिंसा में शामिल भीड़ को रोकने की कोई कोशिश नहीं की। वीडियो वायरल हो गया है और जनता की तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।


मांड्या जिले में एक और घटना में पीईएस कॉलेज में हिजाब पहने कॉलेज की एक छात्रा को सैकड़ों छात्रों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। हिजाब पहने छात्रा को देखते ही छात्र जय श्री राम के नारे लगाने लगे। इससे नाराज होकर युवती ने अल्लाह-हु-अकबर का नारा लगाया। इससे भीड़ और भड़क गई और फिर जोर-शोर से जय श्री राम के नारे लगाते हुए युवाओं ने लड़की का पूरे परिसर में पीछा भी किया।

दावणगेरे जिले में बुधवार शाम तक निषेधाज्ञा लागू की गई है। जिले के पुलिस अधीक्षक सीबी रश्यंत ने कहा कि पुलिस विभाग ने दावणगेरे और हरिहर शहरों में हुई हिंसा की शिकायत पर स्वत: संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है। जो भी इसमें शामिल है उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम अनावश्यक रूप से कोई गिरफ्तारी नहीं कर रहे हैं। मैं लोगों से अपने घरों से बाहर नहीं निकलने का अनुरोध करता हूं।

इस बीच राज्य में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने राज्य की स्थिति के लिए सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि राज्य के मौजूदा हालात के लिए गृह और शिक्षा मंत्रियों के भड़काऊ बयान जिम्मेदार हैं। स्थानीय स्तर पर शुरूआती दौर में समस्या का समाधान किया जा सकता था। अब सत्ताधारी सरकार असहाय अवस्था में है।

इस दौरान राज्य के ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री के. एस. ईश्वरप्पा ने आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के लिए राज्य में हिजाब संकट के पीछे कांग्रेस का हाथ है।

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