कर्नाटक में हिंसक हुआ हिजाब विवाद, कॉलेज कैंपस में आंसू गैस के गोले दागे गए, एक और जिले में निषेधाज्ञा लागू

कर्नाटक हाईकोर्ट में हिजाब विवाद पर सुनवाई चल रही है और उम्मीद है कि वह बुधवार शाम को अपना फैसला सुनाएगा। इस बीच सीएम बसवराज बोम्मई ने राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों को अगले तीन दिन तक बंद करने का आदेश जारी किया है।

फोटोः IANS
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आसिफ एस खान

कर्नाटक हाईकोर्ट में हिजाब विवाद की सुनवाई के बीच मंगलवार को राज्य के एक और शैक्षणिक संस्थान से हिंसा की और घटना सामने आई। दावणगेरे जिले के हरिहर फर्स्ट ग्रेड कॉलेज परिसर में हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। हिंसा के बाद, जिला प्रशासन ने दावणगेरे और हरिहर शहरों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हिंसक घटना में कई पुलिसकर्मी और छात्र घायल हो गए हैं। कई दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं और दावणगेरे शहर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। सभी संवेदनशील जगहों पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थानीय कांग्रेस विधायक रामप्पा छात्रों को शांत करने के लिए मौके पर पहुंच गए हैं। हालांकि नाराज छात्रों की विधायक से तीखी नोकझोंक हुई है।


हरिहर कॉलेज में करीब 2500 छात्र पढ़ते हैं। परेशानी तब शुरू हुई जब कथित तौर पर हिजाब के समर्थन में लोगों का एक समूह कॉलेज में आ गया। भगवा शॉल पहने छात्रों के साथ समूह का विवाद हो गया और जल्द ही स्थिति हिंसक हो गई। खतरे को भांपते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और बाहर खड़ी भीड़ को कॉलेज परिसर से बाहर निकलने को कहा गया। बाहरी लोगों का समूह हिलने का नाम नहीं ले रहा था और युवाओं की भीड़ वहीं जमी रही। उन्होंने दावा किया कि उन्हें हिजाब पहनने वाले छात्रों की रक्षा करनी है।

भगवा शॉल पहने छात्रों के दूसरे समूह ने इसका विरोध किया और जल्द ही पथराव शुरू हो गया। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। दावणगेरे प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में भी बाहरी लोगों और छात्रों के बीच टकराव के कारण तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। पुलिस ने एहतियात के लिए लाठीचार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर किया। एक आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद शहर में सोमवार रात भी विरोध प्रदर्शन हुआ था। हालांकि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया।


इससे पहले कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले में हिजाब विवाद के कारण हुई हिंसा की घटनाओं के बाद मंगलवार को निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। हालात की अस्थिरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने भीड़ और छात्रों को पथराव से रोकने के लिए कर्फ्यू के आदेश जारी किए हैं।
भगवा शॉल पहने आंदोलनकारी छात्रों ने कॉलेज परिसर में भगवा ध्वज भी फहराया। सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने हिंसा के बाद शिवमोग्गा गवर्नमेंट कॉलेज के चार छात्रों को हिरासत में ले लिया है और उनके माता-पिता ने पुलिस की कार्रवाई पर आपत्ति जताई है। उग्र युवाओं ने शहर की एक निजी बस पर पथराव भी किया।

इस बीच, कर्नाटक हाईकोर्ट हिजाब विवाद मामले की सुनवाई कर रहा है और उम्मीद है कि वह बुधवार शाम को अपना फैसला सुनाएगा। सरकार ने कहा है कि वह इस मामले में अदालत के फैसले के बाद यूनिफॉर्म के साथ हिजाब पहनने पर स्पष्ट आदेश जारी करेगी। इस बीच सीएम बसवरा बोम्मई ने राज्य के सभी स्कूलों को अगले तीन दिन तक बंद करने का आदेश जारी किया है।

बता दें कि कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद एक जनवरी को शुरू हुआ था। यहां उडुपी में कुछ मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने के कारण कॉलेज में क्लासरूम में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। कॉलेज मैनेजमेंट ने नई यूनिफॉर्म पॉलिसी को इसकी वजह बताया था। इसके बाद इन लड़कियों ने कर्नाटक हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की। छात्राओं का तर्क है कि हिजाब पहनने की इजाजत न देना संविधान के अनुच्छेद 14 और 25 के तहत उनके मौलिक अधिकारों का हनन है।

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