हिमाचल प्रदेश: स्वच्छता अभियान के अंतर्गत 6000 कूड़ेदान पर बीजेपी सांसदों का छपा नाम, अब हो रहा ऐतराज

गीले और सूखे कचरे के भंडारण के लिए जोड़े में लगाए गए इन कूड़ेदानों पर स्वच्छ भारत भी लिखा हुआ है। इन्हें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम एसजेवीएनएल द्वारा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के भाग के रूप में 2.66 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

हिमाचल प्रदेश में इन दिनों ‘कूड़ेदान’ की राजनीति की जा रही है। प्रदेश में डस्टबिन पर नेताओं के नाम लिखे गए हैं और इन डस्टबिनों को विधायकों के चुनावी क्षेत्र में रखा गया है। विधायकों के अलावा इस राज्य के नेताओं और यहां तक की इस राज्य के कैबिनेट मंत्रियों के नाम भी इन डस्टबिन पर लिखे गए हैं। बता दें कि इस राज्य में बीजेपी ही सत्ता में हैं और खुद इस पार्टी द्वारा ये डस्टबिन रखवाएं गए हैं।

आकड़ों की माने तो शहरी और ग्रामीण सड़कों पर बीजेपी सांसदों के नामों को दर्शाते 6,000 कूड़ेदान लगाए गए हैं। 13,000 और कूड़ेदान लगाए जाने की प्रक्रिया में हैं। इस बात की जानकारी खुद ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने सोमवार को विधानसभा में एक लिखित जवाब में दिए। वहीं कांग्रेस नेताओं ने बताया कि कूड़ेदानों पर प्रमुख रूप से बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर, शांता कुमार, राम स्वरूप शर्मा और वीरेंद्र कश्यप के नाम लिखे हुए हैं।

खबरों के मुताबिक, गीले और सूखे कचरे के भंडारण के लिए जोड़े में लगाए गए इन कूड़ेदानों पर स्वच्छ भारत भी लिखा हुआ है। इन्हें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) द्वारा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के भाग के रूप में 2.66 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया गया है।

इसी तरह, बाकी 13,000 कूड़ेदान एक अन्य केंद्रीय सरकारी उद्यम एनएचपीसी लिमिटेड द्वारा लगाए जाएंगे जिन पर 2.59 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा द्वारा सोमवार को विधानसभा में एक लिखित जवाब में ये तथ्य सामने आए। उन्होंने कहा कि एसजेवीएनएल और एनएचपीसी सीएसआर गतिविधियों के तहत प्लास्टिक के कूड़ेदान लगा रहे हैं।

एसजेवीएन लिमिटेड द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उन्होंने कहा कि 6,000 कूड़ेदानों पर सांसदों के नाम लिखे गए हैं। एनएचपीसी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मंत्री ने कहा कि शिमला और कांगड़ा के संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों में 13,000 कूड़ेदानों की आपूर्ति, स्थापना और रखरखाव की परियोजना प्रक्रिया में है। बता दें कि2014 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने सभी चार सीटों पर जीत हासिल की थी। और मौजूदा समय में राज्य में बीजेपी का शासन है।

खबरों के मुताबिक, इन डस्टबिन पर जिन बीजेपी के बड़े नेताओं के नाम लिखे गए गए हैं, वो ऐसा किए जाने से काफी दुखी है और कई नेताओं ने इन डस्टबिन से अपने नाम हटाने की मांग की है।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia