हिंडनबर्ग: 'संदिग्ध मामलों में शामिल चीनी बिजनेसमैन है अडानी का दोस्त', कांग्रेस ने पूछा- PM के मित्र का चीन से क्या रिश्ता?

पवन खेड़ा ने कहा कि पीएम के दोस्त अडानी के संबंध चुनलींग से हैं। जो चीनी बिजनेसमैन है, जिनका नाम संदिग्ध गतिविधियों में पहले भी रहा है। खेड़ा ने पूछा बताइये ये रिश्ता क्या है?

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस से बात की। उन्होंने कहा कि मोदी जी की 20 साल की मेहनत, जब मुख्यमंत्री थे तब की मेहनत, जब प्रधानमंत्री बने तब की मेहनत। इतनी मेहनत करके मोदी जी ने एक गुब्बारा फुलाया और उस गुब्बारे की हवा निकल गई। सारे नियम ताक पर रखकर एक आदमी को मोदी जी ने पाल-पोसकर बड़ा किया और आज क्या हुआ? यह मोदी जी और अडानी के बीच का मामला होता तो हमें क्या फर्क पड़ता। हम भी चुप रहते और आप भी चुप रहते। अब तो आप भी चुप नहीं रह सकते और हम भी चुप नहीं रह सकते। क्योंकि यह मामला अब एक-एक भारतवासी के पसीने से कमाई धनराशि का है जो अब खतरे में पड़ गई है, एलआईसी के माध्यम से। यह मामला वहां तक जा पहुंचा है। हमारी और आपकी जेब तक जा पहुंचा है।"

PM के मित्र का चीन से क्या रिश्ता?

पवन खेड़ा ने कहा कि 'साहब' के संबंध हैं चीन से, ये तो सब जानते हैं, लेकिन 'साहब' के जो दोस्त हैं(अडानी) उनके संबंध है चुनलींग से(जो चीनी बिजनेसमैन है) जिनका नाम संदिग्ध गतिविधियों में पहले भी रहा है। जिस अगस्ता वेस्टलैंड की हमने जेपीसी बैठाई थी इनका भी नाम उसमे था। उस दौरान कांग्रेस नेताओं का नाम जबरदस्ती लिखवाया जा रहा था जांच के नाम पर, लेकिन जिनका नाम उसमें था वो हैं चांग चुनलींग। वो गौतम अडानी के दोस्त हैं। एक ही एड्रेस है सिंगपुर में जहां से ये ऑपरेट करते हैं। खेड़ा ने पूछा बताइये ये रिश्ता क्या है? जहां चीन की चीनी भी मिल गई। बड़ा मीठा रिश्ता है।

'LIC का टैग लाइन- ‘जिंदगी के साथ थी, अब अडानी जी के साथ हैं'

कांग्रेस ने आगे कहा कि "एलआईसी का विज्ञापन तो हम बचपन से सुनते हुए आ रहे हैं। जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी। अब उसकी टैग लाइन भी बदलनी पड़ेगी, ‘जिंदगी के साथ थी अब अडानी जी के साथ है। यह एलआईसी की हालत है और पीएम, 'प्राइम मेंटर', अडानी जी के प्राइम मेंटर हैं प्रधानमंत्री जी, लेकिन वो एकदम चुप हैं। एक शब्द भी प्रधानमंत्री का सुनाई नहीं देगा। करीब 40 करोड़ के निवेशक, जिन्होंने अपनी जमा पूंजी एलआईसी में लगाई, उनके भविष्य का सवाल है।"

किसके इशारे पर किया निवेश?: कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, "एलआईसी में जो अडानी एटरप्राइजेज है उसमें 1 फीसदी से बढ़ाकर एलआईसी ने 4.23 फीसदी तक अपना निवेश कर दिया। यह किसके इशारे पर किया, क्यों किया? अडानी टोटल गैस में एक प्रतिशत से बढ़ाकर 5.96 प्रतिशत, लगभग 6 प्रतिशत निवेश कर दिया। अडानी ट्रांसमिशन में एलआईसी ने 2.42 से बढ़ाकर 3.65 प्रतिशत निवेश कर दिया और अडानी ग्रीन एनर्जी में एक फीसदी से बढ़ाकर 1.28 फीसदी निवेश कर दिया। एलआईसी ने पूरी तरह से मेहरबानी दिखाई।"

उन्होंने कहा, "यह रिपोर्ट पिछले हफ्ते आई, हमने देखा। मोदी जी से हम यह कह रहे हैं कि आप अपने परम मित्र को धोखा देते हो या नहीं देते हो वो आप जानों। लेकिन भारत के निवेशकों और एलआईसी के करोड़ों शेयर धारकों, एसबीआई के 45 करोड़ खाता धारकों को धोखा मत दीजिए। क्योंकि आपकी चुप्पी दिखाती है कि आप उन्हें भी धोखा दे रहे हो।"

पवन खेड़ा ने कहा, "तीन बड़े तथ्य हम सबके सामने हैं। यह जो हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आई है। उसमें उन्होंने सबसे बड़ा कॉरपोरेट फ्रॉड का अडानी जी पर इल्जाम लगाया। इसमें 42 गुणा उन्होंने शेयर ओवरवैल्यू करके अपने शेयर पेश किए। यह कोई छोटी बात नहीं होती। जितना कारोबार है आपका वह कर्जा लेकर है। कर्जा भी आपने लिया तो 30 फीसदी सरकारी बैंकों से लिया और 8 फीसदी प्राइवेट बैंकों से लिया। यह किसका पैसा है? यह जनता का पैसा है। अडानी परिवार के सदस्यों ने जो कथित तौर पर मॉरीशस, यूएई में जो बेनामी कंपनी हैं, पूरा माया जाल है, जो रिपोर्ट सामने आई है, उसमें ये सब बताया गया है।"

मातम में पीएम! लेकिन SEBI चुप क्यों: कांग्रेस

पवन खेड़ा ने अडानी समूह संकट पर आगे कहा कि अब SEBI भी इस मामले में चुप हो। पीएम चुप हैं हम मान सकते हैं, हो सकता है पीएम मातम में हों, लेकिन SEBI क्यों चुप है, आरबीआई धीमे धीमे बोल रहा है, लेकिन SEBI के मुंह पर टेप लगा है। हम निवेशकों की आवाज बनकर आए हैं। हमारी तीन मांग है। सुप्रीम कोर्ट की मुख्य न्यायधीश की देख रेख में जांच हो, जिसकी रिपोर्ट हर दिन सार्वजनीक की जााए। इसके अलावा JPC का गठन हो, हिंडनबर्ग रिपोर्ट को देखे। हमारी तीसरी मांग है जो एसबीआई, एलआई जहां अडानी का पैसा है उसकी संसद में चर्चा की जाए, और निवेशकों को सुरक्षित करने के लिए उचित कदम उठाए जाए।

पवन खेड़ा ने कहा कि जब जब राहुल गांधी ने मीडिया से बात की। आज की स्थिती के लिए उन्होंने पहले ही चेतावनी दे दी थी। राहुल गांधी बोलते चले आए हैं 'सूट बूट की सरकार, हम दो हमारे दो, मित्र काल। हम राहुल गांधी की चेतावनियां एक बार फिर सरकार को याद दिलाना चाहते हैं।

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