बंगाल में एक ही चरण में कराएं लोकसभा चुनाव, तृणमूल कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से किया आग्रह

टीएमसी सांसद ने आरोप लगाया कि असल में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी राज्य में पहले से ही तैनात सीएपीएफ की गतिविधियों को नियंत्रित कर रहे हैं। बंदोपाध्याय ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से काम करना चाहिए।

टीएमसी ने निर्वाचन आयोग से बंगाल में एक ही चरण में लोकसभा चुनाव कराने का आग्रह किया
टीएमसी ने निर्वाचन आयोग से बंगाल में एक ही चरण में लोकसभा चुनाव कराने का आग्रह किया
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नवजीवन डेस्क

तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को कोलकाता में भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की पूर्ण पीठ से मुलाकात की और राज्य के सभी 42 संसदीय क्षेत्रों के लिए लोकसभा चुनाव एक ही चरण में कराने का अनुरोध किया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले टीएमसी के लोकसभा सांसद कल्याण बंदोपाध्याय ने चुनाव आयुक्तों के साथ बैठक के बाद कहा कि उन्होंने आयोग के अधिकारियों से कहा है कि सात चरण या आठ चरण के मतदान से पश्चिम बंगाल में बीजेपी को फायदा होगा।

यहां बता दें कि 2019 में पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव सात चरणों में हुए थे। कल्याण बंदोपाध्याय ने दावा किया, “हमने मतदान की तारीखों की घोषणा से पहले ही राज्य में सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) कर्मियों की तैनाती को भी हरी झंडी दे दी थी। हमारे पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, सीएपीएफ कर्मी महिलाओं सहित आम लोगों को बीजेपी को वोट देने के लिए डरा रहे हैं। वे वास्तव में केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।”


टीएमसी सांसद ने आरोप लगाया कि असल में राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी राज्य में पहले से ही तैनात सीएपीएफ की गतिविधियों को नियंत्रित कर रहे हैं। बंदोपाध्याय ने सवाल किया कि आम लोग उन पर भरोसा कैसे कर सकते हैं? उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से काम करना चाहिए।

सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, "ईडी और सीबीआई के अलावा न्यायपालिका के भीतर भी जो लोग बीजेपी के निकट संपर्क में हैं, उन्हें नियंत्रित किया जाना चाहिए।" एक चरण में मतदान की तृणमूल की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य बीजेपी नेतृत्व ने कहा कि यह इस डर से उपजा है कि यदि चुनाव कई चरणों में होते हैं, तो तृणमूल आम मतदाताओं को आतंकित करने के लिए बड़े पैमाने पर हिंसा नहीं कर पाएगी।

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