नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कैसे मची भगदड़? चश्मदीदों ने सुनाई भयावह आपबीती, अपनों ने सामने कुचलकर तोड़ा दम, देखते रह गए!

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के बाद घायलों को पास के एलएनजेपी अस्पताल में ले जाया गया। चश्मदीदों के मुताबिक, अस्पताल में भी भयावह हालात थे।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात मची भगदड़ में 18 लोगों की जान चली गई है और 25 से ज्यादा लोग घायल हो गए। भगदड़ के बाद जो तस्वीरें और वीडियो सामने हैं वह बेहद भयावह हैं। चश्मदीदों ने भी भयावह आपबीती सुनाई है। चश्मदीदों ने बताया कि आखिर स्टेशन पर भगदड़ मची और भगदड़ के बाद स्टेशन और स्पताल में कैसे हालात थे। भगदड़ में मारे गए लोग प्रयाराज महाकुंभ में जाने की तैयारी में थे। लेकिन वहां जाने और ट्रेन में चढ़ने से पहले ही स्टेशन पर भगदड़ मच गई और डेढ़ दर्जन लोगों की जान चली गई।

स्टेशन पर भगदड़ कैसे मची?

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की वजह क्या है? और भगदड़ में हुई मौतों का आखिर जिम्मेदार कौन है? यह सवाल हर किसी के जेहन में है। भगदड़ पर जांच की शुरुआती रिपोर्ट सामने आई है। इसकी जानकारी 'आजतक' ने दी है। 'आजतक' के मुताबिक, विशेष ट्रेन की घोषणा के कारण रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मची। जांच रिपोर्ट और स्थिति से परिचित सूत्रों के मुताबिक, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लगातार भीड़ बढ़ रही थी। हालात यह थे कि एक घंटे के अंदर 1500 टिकट खरीदे जा रहे थे। बड़ी संख्या में भीड़ महाकुंभ जाने वालों की थी। जबकि प्रयागराज जाने वालीं दो स्पेशल ट्रेनें देरी से चल रही थीं। ऐसे में रेलवे ने एक और प्रयागराज स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला लिया और प्लेटफॉर्म नंबर 16 से जाने की घोषणा कर दी। ऐसे में अन्य प्लेटफॉर्म पर इंतजार में बैठे लोग स्पेशल ट्रेन में सवार होने के लिए प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर जाने के लिए बढ़ने लगे। स्थिति पर काबू नहीं पाया जा सका। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालु प्लेटफॉर्म 14 पर बैठे थे और स्पेशल ट्रेन आने का इंतजार कर रहे थे। जबकि इससे सटे प्लेटफॉर्म नंबर 13 पर बिहार के लिए ट्रेन जानी थी। अनाउंसमेंट के बाद भीड़ प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने के लिए भागने लगी और इसी दौरान भगदड़ मच गई।


चश्मदीदों ने क्या कहा?

भदगड़ मामले में रेलवे स्टेशन पर एक कुली ने कहा कि मैं 1981 से कुली का काम कर रहा हूं। मैंने पहले कभी इस तरह की भीड़ नहीं देखी। प्रयागराज स्पेशल को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होना था, लेकिन इसे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर शिफ्ट कर दिया गया। जब प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर इंतजार कर रही भीड़ और बाहर इंतजार कर रही भीड़ ने प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश की तो लोग आपस में टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिर गए। भीड़ को रोकने के लिए कई कुली वहां जमा हो गए। हमने कम से कम 15 बॉडी को देखा और एम्बुलेंस में रखवाया। प्लेटफॉर्म पर हर तरफ जूते और कपड़े बिखरे पड़े थे। कुली ने कहा कि हमने पुलिस, फायर टेंडर को बुलाया और 3-4 एम्बुलेंस वहां पहुंचीं और लोगों को अस्पताल ले जाया गया।

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मामले में एक और प्रत्यक्षदर्शी रवि ने बताया कि भगदड़ रात करीब 9:30 बजे मची। प्लेटफॉर्म नंबर 13 पर मौजूद लोगों ने प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर ट्रेनें देखीं तो वे इन प्लेटफॉर्मों की ओर बढ़ गए। ट्रेनों के प्लेटफॉर्म नहीं बदले गए, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि उसे नियंत्रित नहीं किया जा सका।

भगदड़ के बाद अस्पताल में दिखे भयावह हालात!

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के बाद घायलों को पास के एलएनजेपी अस्पताल में ले जाया गया। चश्मदीदों के मुताबिक, अस्पताल में भयावह हालात थे। न्यूज़ लॉन्ड्री से बात करते हुए एक महिला शोभा ने अस्पताल का हाल बताया। न्यूज़ लॉन्ड्री का वीडियो कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने शेयर किया है। वीडियो में महिला शोभा ने बताया, "घायलों से अस्पताल का पूरा वार्ड भरा पड़ा था। 50 से 60 लोग घायल हुए हैं। एक बेड पर चार-चार मृतकों को रखा गया था। हमारी देवरानी के साथ बेड पर दो बच्चे मरे पड़े हैं। अस्पताल में बॉडी की ढेर लगी थी। बॉडी इतनी थी कि देख नहीं जा रहा था। मेरे देवर ने मुझे फोन किया कि रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई है, मैं घायल हो गया हूं और मेरी पत्नी की मौत हो गई है। बच्चे दबे पड़े थे, लेकिन उनकी जान बच गई।"

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