जींद में महिला पहलवानों के समर्थन में उमड़ा हुजूम, 28 मई को ससंद के सामने महापंचायत में होगा बड़ा ऐलान

महापंचायत में पहुंचे पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हमारी बेटियों के साथ जो अन्याय हुआ है, उसके लिए हमें कितनी भी लंबी लड़ाई लड़नी पड़े, हम इसे जीतकर ही दम लेंगे। महापंचायत में भारी तादाद में पहुंची महिलाओें में बीजेपी के खिलाफ काफी आक्रोश था।

महापंचायत में पहुंचे पूर्व राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक और किसान यूनियन के गुरनाम सिंह चढ़ूनी
महापंचायत में पहुंचे पूर्व राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक और किसान यूनियन के गुरनाम सिंह चढ़ूनी
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धीरेंद्र अवस्थी

आने वाले 28 मई को एक तरफ दिल्‍ली में संसद की नई इमारत का उद्घाटन हो रहा होगा तो दूसरी तरफ जंतर-मंतर पर बैठी देश की बेटियों और महिला पहलवानों के समर्थन में आर-पार की लड़ाई का ऐलान हो रहा होगा। इसकी इबारत आज हरियाणा में लिख दी गई। राज्य के जींद शहर से तकरीबन 12 किलोमीटर दूर जींद-नरवाना नेशनल हाईवे पर स्थित खटकड़ टोल प्लाजा पर आज महापंचायत में उमड़ा हजारों लोगों का हुजूम इस बात की तस्‍दीक कर रहा था कि सरकार के खिलाफ गुस्‍सा बढ़ता जा रहा है। आज इस महापंचायत में ऐलान हुआ कि 28 मई को दिल्‍ली में संसद भवन के सामने होने वाली महापंचायत में बड़ा फैसला लिया जाएगा।

महापंचायत में पहुंचे पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि हमारी बेटियों के साथ जो अन्याय हुआ है, उसके लिए हमें कितनी भी लंबी लड़ाई लड़नी पड़े, हम इसे जीतकर ही दम लेंगे। महापंचायत में भारी तादाद में पहुंची महिलाओें में काफी आक्रोश था। विनेश फोगाट ने बृज भूषण सिंह को दरिंदा करार देते हुए कहा कि महिला खिलाड़ी अपने साथ हो रहे शोषण के कारण पिछले 12 साल से तिल-तिल कर मर रही थीं। बृजभूषण दरिंदा नोंच-नोंच कर खा रहा था। शर्म और भय के मारे महिला पहलवान अपने परिजनों को भी पूरी बात बता नहीं पाती थीं। कितनी ही पहलवान इस दरिंदे के कारण बीच में अपनी पहलवानी छोड़ चुकी हैं। अब अपनी जान हथेली पर रखकर अन्याय के खिलाफ सड़क पर बैठना पड़ा है।

जींद के खटकड़ टोल पर महिला पहलवानों के समर्थन में हुई महापंचायत में उमड़ा हुजूम
जींद के खटकड़ टोल पर महिला पहलवानों के समर्थन में हुई महापंचायत में उमड़ा हुजूम
फोटोः धीरेंद्र अवस्थी

विनेश फोगाट ने कहा कि यह तिरंगे की आन-बान-शान की लड़ाई है। जान चली जाएगी, लेकिन शान नहीं जाने देंगे। जब वह मेडल लेकर आए थे तो लगा था कि यहां बेटियों की बहुत इज्जत होती है, लेकिन अब यह हाल है कि हम सड़कों पर बैठी हैं और कोई सुध नहीं ले रहा है। विनेश ने कहा कि 28 मई को संसद भवन के सामने महापंचायत होगी। इसमें ज्यादा से ज्यादा संख्या में मातृशक्ति और युवाओं से वहां पहुंचने की अपील है। साथ ही सभी से अनुशासन के दायरे में आने के लिए कहा। विनेश ने कहा कि कुश्ती ही नहीं, सभी खेलों में बृज भूषण जैसे दरिंदे बैठे हैं।  अब सभी को उखाड़ फेंकेंगे, लेकिन इसके लिए सभी पीड़ितों को आगे आना होगा।

जींद में महिला पहलवानों के समर्थन में हुई महापंचायत में उमड़ा हुजूम
जींद में महिला पहलवानों के समर्थन में हुई महापंचायत में उमड़ा हुजूम
फोटोः धीरेंद्र अवस्थी

बजरंग पूनिया ने कहा कि 28 मई को संसद भवन के सामने महापंचायत होगी। मातृ शक्ति इसका नेतृत्व करेगी। इस महापंचायत में आर-पार का फैसला लिया जाएगा। यह तिरंगे की आन, बान और शान की लड़ाई, जो हर हाल में जीतनी होगी। बृजभूषण कहते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, लेकिन वह कहना चाहते हैं कि हम सिर झुका सकते हैं तो सिर काट भी सकते हैं। बजरंग ने ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों से पहुंचने की अपील की।

जींद में महिला पहलवानों के समर्थन में हुई महापंचायत में उमड़ा हुजूम
जींद में महिला पहलवानों के समर्थन में हुई महापंचायत में उमड़ा हुजूम
फोटोः धीरेंद्र अवस्थी

पूनम कंडेला ने कहा कि जब खिलाड़ी देश के लिए मेडल ला रहे थे तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें गले लगा रहे थे। लेकिन अब जब वहीं खिलाड़ी अपने साथ हुए अन्याय को बयां कर रहे हैं और इंसाफ मांग रहे हैं तो उनका दर्द प्रधानमंत्री तक नहीं पहुंच पा रहा है। सत्ता के नशे में चूर भाजपा सरकार को खिलाड़ियों के हर आंसू की कीमत चुकानी होगी। महापंचायत में किसान यूनियन चढ़ूनी गुट के अध्‍यक्ष गुरनाम सिंह चढ़नी भी पहुंचे।  

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