कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा को मिल रहे जनसमर्थन से हताशा में बीजेपी, विज्ञापनों से लेकर पोस्टरों तक का फर्जीवाड़ा

भारत जोड़ो यात्रा में भारी जनसमर्थन से कर्नाटक बीजेपी में बौखलाहट साफ दिखने लगी है। अखबारों में फर्जी विज्ञापन और भ्रामक पोस्टरों से लेकर सोनिया गांधी के सिर्फ कुछ दूर चलने पर सीएम की टिप्पणी बीजेपी की हताशा को साफ जाहिर कर रही है।

कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा
कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा
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नाहिद अताउल्लाह

गुरुवार को कर्नाटक में जब अखबार आया तो लोग चौंक उठे। कम से कम चार कन्नड़ अखबारों में पहले पन्ने की सुर्खियां ऐसी थीं जिन पर अनायास ही किसी को विश्वास नहीं हुआ। इनमें अधिकतर खबरें कम से कम 10 साल पुरानी थीं। जो लीड स्टोरी थी उसमें लिखा था कि जब मुंबई पर 2008 में आतंकी हमला हुआ तो राहुल गांधी किसी शादी के रिसेप्शन में शामिल थे। किसी खबर में राहुल गांधी का मजाक उड़ाया गया था तो किसी में उनकी आलोचना की गई थी।

आखिर क्या था यह? गौर से देखने पर सामने आया कि दरअसल ये तो बीजेपी के विज्ञापन थे जो लोगों को गुमराह करने के लिए छपवाए गए थे और इन विज्ञापनों का रूप ऐसा रखा गया था मानो अखबार की खबरें हों। बीजेपी के इस कदम से बताना मुश्किल है कि बीजेपी की यह हताशा है या वह खुद ही अपना उपहास उड़वाने पर तुली है।

वैसे हो सकता है बीजेपी को इससे कुछ बड़ा होने की उम्मीद रही हो, लेकिन इक्का-दुक्का प्रतिक्रिया के अलावा सच्चाई जान लोगों ने इसकी चर्चा तक नहीं की। लेकिन इतना तो साफ हो गया कि कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर लोगों में जो उत्साह है और जनमानस जिस तरह राहुल गांधी की अगुवाई वाली इस यात्रा से जुड़ रहा है हुए ये विज्ञापन।

जैसे ही यात्रा तमिलनाडु और केरल से बीजेपी शासित कर्नाटक की ओर बढ़ी थी, तभी यह आशंका तो थी कि हो सकता है कहीं बीजेपी कार्यकर्ता इस यात्रा को काले झंडे दिखाएंगे और कहीं कुछ न कुछ हुड़जंग भी करेंगे। लेकिन यात्रा में लगातार शामिल हो रहे कर्नाटक के लोगों और रास्ते में इंतजार कर रहे लोगों की भारी भीड़ ने अब तक इस तरह की किसी भी अनहोनी को नहीं होने दिया है।


कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा को मिल रहे जनसमर्थन से हताशा में बीजेपी, विज्ञापनों से लेकर पोस्टरों तक का फर्जीवाड़ा

वैसे तो कर्नाटक विधानसभा के चुनाव अभी आठ महीने दूर हैं, लेकिन अंतर्कलह से जूझ रही बीजेपी की कर्नाटकक राज्य इकाई एक के बाद एक संकट का सामना कर रही है। पिछले महीने कुछ ठेकेदारों ने सार्वजनिक तौर पर खुलासा करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि यह तो ’40 पर्सेंट वाली सरकार’ है, यानी किसी भी काम से पहले 40 प्रतिशत से कम कमीशन पर कोई ठेका नहीं दिया जाता। इन्हीं आरोपों के आधार पर अभी कुछ दिन पहले राज्य सचिवालय जाने वाले मार्ग पर पेसीएम के पोस्टर लगे थे जिसमें मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की फोटो के साथ एक क्यूआर कोड था। हालांकि पुलिस ने आनन फानन पोस्टरों को हटाया। इस क्यूआर कोड की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहने एक व्यक्ति को भारत जोड़ो यात्रा से पुलिस ने गिरफ्तार भी किया और उसके साथ मारपीट भी की।

इसके अलावा जैसे ही अक्टूबर के पहले सप्ताह में यात्रा कर्नाटक में दाखिल हु ईहै, कई जगह यात्रा का स्वागत करने वाले पोस्टरों-बैनरों को फाड़ा गया और कई जगह उन्हें हटा दिया गया।

लेकिन जिस तरह से यात्रा को लोगों की प्रतिक्रिया मिल रही है उससे अगर यह कहा जाए कि बीजेपी के तोते उड़ गए हैं तो शायद अतिश्योक्ति नहीं होगी।

बात अखबारों में छपे विज्ञापनों की करते हैं। कर्नाटक बीजेपी ने स्वीकार किया है कि उसी ने बीजेपी समर्थक चार अखबारों में ऐसे विज्ञापन छपवाए हैं। इन अखबारों के नाम हैं संयुक्त कर्नाटक, कन्नड़ प्रभा. होसा दिगांत और विश्ववाणी।

लेकिन बीजेपी की हताशा यहीं नहीं खत्म हुई। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की इस बात के लिए आलोचना कर दी वे मांड्याजिले में चंद कदम चलकर ही यात्रा से वापस लौट गईं। उन्होंने दावा किया, “कोई बात नहीं, सोनिया गांधी आधा किलोमीटर चलकर ही लौट गईं. वैसे भी इस यात्रा का कोई असर तो है नहीं...।”

कांग्रेस विधायक और पार्टी प्रवक्ता प्रियांक खड़गे ने याद दिलाया कि कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा के आने के पहले पांच दिनों के दौरान बीजेपी ने दो विज्ञापन जारी किए हैं। इस तरह के कई और पैंतरे यात्रा में विघ्न डालने आदि के किए जाने की आशंका है।

शुक्रवार को ही नया मामला सामने आया है जिसमें बीजेपी ने एक कांग्रेस नेता के नाम से एक पोस्टर चिपका दिया। इस मामले की बाकायदा एफआईआर दर्ज कराई गई है।


बात अखबारों में छपे विज्ञापनों की करते हैं। कर्नाटक बीजेपी ने स्वीकार किया है कि उसी ने बीजेपी समर्थक चार अखबारों में ऐसे विज्ञापन छपवाए हैं। इन अखबारों के नाम हैं संयुक्त कर्नाटक, कन्नड़ प्रभा. होसा दिगांत और विश्ववाणी।

लेकिन बीजेपी की हताशा यहीं नहीं खत्म हुई। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की इस बात के लिए आलोचना कर दी वे मांड्याजिले में चंद कदम चलकर ही यात्रा से वापस लौट गईं। उन्होंने दावा किया, “कोई बात नहीं, सोनिया गांधी आधा किलोमीटर चलकर ही लौट गईं. वैसे भी इस यात्रा का कोई असर तो है नहीं...।”

कांग्रेस विधायक और पार्टी प्रवक्ता प्रियांक खड़गे ने याद दिलाया कि कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा के आने के पहले पांच दिनों के दौरान बीजेपी ने दो विज्ञापन जारी किए हैं। इस तरह के कई और पैंतरे यात्रा में विघ्न डालने आदि के किए जाने की आशंका है।

शुक्रवार को ही नया मामला सामने आया है जिसमें बीजेपी ने एक कांग्रेस नेता के नाम से एक पोस्टर चिपका दिया। इस मामले की बाकायदा एफआईआर दर्ज कराई गई है।

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