हैदराबाद एनकाउंटर: जनहित याचिका पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, निष्पक्ष जांच कराने की मांग

सुप्रीम कोर्ट तेलंगाना मुठभेड़ के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई के लिए सोमवार को सहमत हो गया। अब इस मामले की सुनवाई बुधवार को होगी। याचिका में कहा गया है कि ये जांच सीबीआई, एसआईटी, सीआईडी या किसी अन्य निष्पक्ष जांच एजेंसी से कराई जाए जो तेलंगाना राज्य के अंतर्गत ना हो।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

हैदराबाद मुठभेड़ मामले में दायर जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुनवाई करेगी। बता दें कि हैदराबाद में एक डॉक्टर युवती के साथ दुष्कर्म करने और उसके बाद उसकी हत्या करने के सभी चारों आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को एक मुठभेड़ में मार गिराया था।

सोमवार को वकील जीएस मणि ने अपनी याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की तो पहले सीजेआई एसए बोबडे ने कहा कि तेलंगाना हाईकोर्ट पहले ही मामले में संज्ञान ले चुका है, लेकिन याचिकाकर्ता के जोर देने पर सीजेआई ने कहा कि वो बुधवार को इस पर विचार करेंगे। याचिका में कहा गया है कि ये जांच सीबीआई, एसआईटी, सीआईडी या किसी अन्य निष्पक्ष जांच एजेंसी से कराई जाए जो तेलंगाना राज्य के अंतर्गत ना हो।


दरअसल वकील जीएस मणि और प्रदीप कुमार यादव ने अपनी याचिका में मांग की है कि इस मुठभेड़ पर पुलिस टीम के मुखिया समेत सभी अफसरों पर एफआईआर दर्ज कर जांच कराई जानी चाहिए।

पुलिस ने दावा किया था कि इन चारों आरोपियों को नेशनल हाईवे 44 पर क्राइम सीन रीक्रिएट करने के लिए ले जाया गया था। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की थी और हमला भी किया था। जिसके बाद पुलिस ने उनपर गोलियां चला दी थी। इस मुठभेड़ में चारों आरोपियों की मौके पर ही मौत हो गई थी।

दूसरी ओर हैदराबाद की डॉक्टर के साथ रेप और उसकी हत्या के चारों आरोपियों के मुठभेड़ में मारे जाने की जांच के लिए तेलंगाना सरकार ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है। इस संबंध में रविवार को एक सरकारी आदेश जारी किया गया है। आदेश में कहा गया है कि आरोपियों की मौत किन परिस्थितियों में हुई, इसे तर्क और सच्चाई के साथ स्थापित करने की दृष्टि से इस मामले की लगातार और केंद्रित जांच की आवश्यकता है और इसके लिए विशेष जांच दल गठित किया गया है।


बता दें कि हैदराबाद के शादनगर में पशु चिकित्सक के साथ मदद के बहाने पहले आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर उस पर तेल छिड़ककर जिंदा जला दिया था। पुलिस को अगले दिन पीड़िता का जला हुआ शव फ्लाईओवर के नीचे मिला था। इस घटना के बाद पुलिस ने बताया था कि आरोपी जब थोंडुपली ओआरआर टोल प्लाजा पर शराब पी रहे थे तब उन्होंने महिला डॉक्टर को वहां स्कूटर खड़ा करते देखा। तभी इन्होंने खौफनाक साजिश रच डाली। उन्होंने मदद के बहाने उसे एक सुनसान जगह ले गए और हाथपैर बांधकर उसके साथ बलात्कार किया। फिर उसे जबरन शराब पिलाकर बेहोश किया और मरा समझकर पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया।

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