एयरफोर्स का एएन-32 विमान 13 लोगों के साथ लापता, तलाश जारी
एएन-32 रूस में बना एयरक्राफ्ट है और वायुसेना बड़ी संख्या में इनका इस्तेमाल करती है। यह 2 इंजनों वाला ट्रर्बोप्रॉप परिवहन विमान है। मेनचुका ऐडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड चीन की सीमा से अधिक दूर नहीं है।
![फोटो: सोशल मीडिया](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2019-06%2F6827348e-f17f-4886-9cb5-b6a5171e79bd%2Fimages_1557288811538_an32_08_05_2019.jpg?rect=3%2C0%2C1365%2C768&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
भारतीय वायुसेना का एक एएन-32 विमान सोमवार को असम से उड़ान भरने के 35 मिनट बाद लापता हो गया। विमान में 13 लोग सवार थे और यह अरुणाचल प्रदेश की ओर जा रहा था। विमान चीन से सटे अरुणाचल प्रदेश के मेचुका में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तक जा रहा था।
एक अधिकारी ने कहा कि एएन-32 ने जोरहाट से अपराह्न् 12.25 बजे उड़ान भरी था, लेकिन यह अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच सका, जिससे वायुसेना को बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाना पड़ा। विमान का अपराह्न् 1 बजे जमीनी एजेंसियों से संपर्क कट गया।
वायु सेना के अधिकारियों ने कहा कि विमान में कुल आठ चालक दल के सदस्य और पांच यात्री सवार हैं। गुवाहाटी में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल पी. खोंगसाई ने कहा कि लापता विमान को खोजने के प्रयास किए जा रहे हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बारे में वायुसेना के वाइस चीफ से बात कर सर्च ऑपरेशन के बारे में जानकारी ली है। वायुसेना ने एएन-32 विमान का पता लगाने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों को काम पर लगाया है। एयरफोर्स ने अब इसके लिए सर्च ऑपरेशन चलाया है। इस काम के लिए सुखोई 30 एयरक्राफ्ट और सी-130 स्पेशल ऑपरेशन एयरक्राफ्ट को लॉन्च किया गया है।
एएन-32 रूस में बना एयरक्राफ्ट है और वायुसेना बड़ी संख्या में इनका इस्तेमाल करती है। यह 2 इंजनों वाला ट्रर्बोप्रॉप परिवहन विमान है। मेनचुका ऐडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड चीन की सीमा से अधिक दूर नहीं है। बता दें कि जुलाई 2016 में चेन्नई से पोर्टब्लेयर जा रहा AN-32 एयरक्राफ्ट हादसे का शिकार हुआ था, जिसमें 29 लोगों की जान गई थी।
आईएएनएस के इनपुट के साथ
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Published: 03 Jun 2019, 7:30 PM