राजस्थान: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या करने के बाद ऐसे फरार हुए हत्यारे, कैब ड्राइवर ने किया चौंकाने वाला खुलासा

हमलारों ने कुचामन सिटी रेलवे स्टेशन के करीब नारायणपुर से डीडवाना के लिए रोडवेज तक बस में सफर किया। डीडवाना बस स्टैंड पर हमलावर शाम को करीब 8 बजे पहुंचे। यहां से उन्होंने किराए पर एक कार को हायर किया और वहां से सुजानगढ़ तक का सफर तय किया।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

राजस्थान के जयपुर में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब अर्जुन सैनी नाम के एक कैब ड्राइवर ने हत्यारों के फरार होने को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। कैब ड्राइवर अर्जुन सैनी ने बताया कि आखिर कैसे गोगामेड़ी के हत्यारे पुलिस की नजरों से बचते हुए फरार हो गए।

आज तक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हत्यारों के फरार होने के बारे में कैब ड्राइवर अर्जुन सैनी ने हत्यारों के फरार होने के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को गोली मारने के बाद हत्यारे पहले स्कूटी छीनकर फरार हुए। इसके बाद दोनों हमलावरों ने स्कूटी से ही रेलवे स्टेशन तक का सफर तय किया। इसके बाद ट्रेन से कुचामन सिटी के लिए निकल गए।

हमलारों ने कुचामन सिटी रेलवे स्टेशन के करीब नारायणपुर से डीडवाना के लिए रोडवेज तक बस में सफर किया। डीडवाना बस स्टैंड पर हमलावर शाम को करीब 8 बजे पहुंचे। यहां से उन्होंने किराए पर एक कार को हायर किया और वहां से सुजानगढ़ तक का सफर तय किया। इस सफर के दौरान डीडवाने के कैब ड्राइवर अर्जुन सैनी हमलावरों के साथ थे।

कैब ड्राइवर अर्जुन सैनी के मुताबिक, परसों रात को एक दोस्त का फोन आया कि डीडवाना से सुजानगढ़ तक दो सवारी छोड़नी हैं। अर्जुन सैनी ने बताया कि वह अपनी पत्नी को अस्पताल गए थे। इसके बाद पत्नी को छोड़कर पेट्रोल पंप पर पहुंचे। गाड़ी वहां पहुंचते ही दोनों हमलावर कैब की पीछे की सीट पर बैठ गए।


अर्जुन सैनी ने बताया कि वह दोनों दोस्त जिन्होंने फोन किया था, मैंने उनसे कहा कि आप भी साथ चलो, सुजानगढ़ छोड़कर साथ ही लौट आएंगे। कहने पर वह दोनों भी साथ चल पड़े। वहां से चलने के बाद जैसे ही एक पेट्रोल पंप आया, उन्होंने 1500 रुपये दिए, जिससे हमने कैब में पेट्रोल डलवाया। पेट्रोल डालने के बाद हमलावरों ने कहा कि उन्हें हिसार जाना है।

अर्जुन सैनी ने बताया कि इस पर मैंने उनसे कहा कि ट्रेन से चले जाओ तो उन्होंने कहा कि हमें ट्रेन से नहीं बस या टैक्सी से ही जाना है। इसके बाद हम सुजानगढ़ बस स्टैंड जहां बस खड़ी थी, उन्होंने वहां कहा कि दिल्ली की बस है, यहां रोक दो। वहां जाकर उन्होंने कंडक्टर से कहा कि हिसार जाना है। कंडक्टर ने उनसे कहा कि हिसार के लिए कोई सीधे बस नहीं है। ऐसे में दोनों हमलावर बस छोड़कर वापस लौट आए।

अर्जुन सैनी ने बताया कि उन्हें छोड़ने के बाद मैं रात में लौटा और सो गया। सुबह पता चला गोगामेड़ी की हत्या हुई है। न्यूज़ में देखा तो पता चला कि यह वही लोग हैं, जिन्हें मैं छोड़ने गए था। अर्जुन सैनी ने बताया कि मैंने एक अंकल को पूरी बात बताई। उन्होंने कहा कि तुम्हें पुलिस के पास जाना चाहिए और उनकी मदद करनी चाहिए। इसके बाद मैं थाने के लिए निकल गया और पुलिस को इस संबंध में जानकारी दी।

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