उत्तर प्रदेश में 'बिजली विभाग बिना माई-बाप के चल रहा', सीएम योगी के ऊर्जा मंत्री ने ऐसा क्यों कहा?

उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि बिजली विभाग बिना माई-बाप के चल रहा है। कार्य जिम्मेदारी के साथ व्यवस्थित तरीके से नहीं हो रहे हैं। अधिकारी और कर्मचारी जिम्मेदारी के प्रति धृतराष्ट्र बने हुए हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग ने बिजली बिल बकायादारों पर लगाम कसने की तैयारी कर ली है। विभाग के लोग अब रात को भी बकायेदारों को फोन कर बकाया बिल चुकाने के लिए दवाब डालेंगे। राज्य के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा कि बकायेदारों को रात में भी बकाए की वसूली के लिए फोन किया जाए और मुनादी भी कराई जाए।

इस संबंध में बुधवार को शक्तिभवन में विभागीय समीक्षा के दौरान ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विभागीय अधिकारी और कर्मचारी अपनी कार्यशैली और व्यवहार में बदलाव लाएं। उन्होंने कहा कि शिकायत या गड़बड़ी पाए जाने पर ऊपर से लेकर नीचे तक अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बात को डेढ़ साल से समझाया जा रहा है, लेकिन अभी तक कार्य संस्कृति में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि अब ऐसा नहीं चलेगा।

 8 हजार से ज्यादा बड़े बकायेदार

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि 8 हजार से ज्यादा बड़े बकायेदारों से वसूली करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि 45 हजार करोड़ रुपये से ज्याद का बिजली बिल बकाया है। इसकी वसूली नहीं हो पा रही है। सभी डिस्काम में कॉल सेंटर स्थापित कर प्रदेश के 8 हजार से ज्याद बड़े बकायेदारों से सख्ती से वसूली के लिए रात में भी फोन किया जाए। उन्होंने ने कहा कि छोटे उपभोक्ताओं और गरीबों को वसूली और जांच के नाम पर एफआईआर किए जा रहे हैं, उन्हें परेशान किया जा रहा है। बड़े बकायेदारों और अमीरों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। बड़े बकायेदारों से बकाए की वसूली के लिए उनके यहां मुनादी भी कराई जाए।


 'बिजली विभाग बिना माई-बाप के चल रहा'

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथके विजन और संकल्पों को ध्यान में रखते हुए जनता को बिना रुकावट के बिजली दी जाए। उपभोक्ताओं की समस्याओं का तत्काल समाधान किया जाए। उन्होंने जून महीने में सिर्फ 55 फीसदी राजस्व वसूली होने पर नाराजगी जताई। साथ ही वसूली का ग्राफ एक सप्ताह के अंदर सुधारने के आदेश दिए। उन्होंने का कि ऐसा लग रहा है कि बिजली विभाग बिना माई-बाप के चल रहा है। कार्य जिम्मेदारी के साथ व्यवस्थित तरीके से नहीं हो रहे हैं। अधिकारी और कर्मचारी जिम्मेदारी के प्रति धृतराष्ट्र बने हुए हैं। उन्होंने सौभाग्य योजना के उपभोक्ताओं पर एफआईआर नहीं करने के सख्त निर्देश दिए।

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