SIR और ‘वोट चोरी’ के विरोध में संसद भवन परिसर में INDIA गठबंधन का प्रदर्शन, मोदी सरकार के खिलाफ लगाए नारे

राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुवाई में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राजद, द्रमुक, समाजवादी पार्टी और वामपंथी दलों के नेता संसद के मकर द्वार पर पोस्टर और बैनर लेकर पहुंचे।

फोटो: PTI
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नवजीवन डेस्क

बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ सोमवार को संसद भवन परिसर में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दलों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों ने सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कवायद लोकतंत्र और मताधिकार पर सीधा हमला है।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अगुवाई में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राजद, द्रमुक, समाजवादी पार्टी और वामपंथी दलों के नेता संसद के मकर द्वार पर पोस्टर और बैनर लेकर पहुंचे। ‘‘वोट चोर, गद्दी छोड़’’ और ‘‘वोट चोरी बंद करो’’ जैसे नारे लगाते हुए सांसदों ने ‘एसआईआर को रोको’ लिखे बैनर लहराए। इस दौरान सांसदों के हाथों में ‘‘वोट चोरी’’ लिखे बड़े पोस्टर भी नजर आए।

विपक्षी दलों का आरोप है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी संख्या में गरीब, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि चुनाव आयोग इस प्रक्रिया के जरिए मतदाताओं को उनके अधिकार से वंचित करने का प्रयास कर रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यह केवल बिहार का मुद्दा नहीं है बल्कि पूरे देश में लोकतंत्र की जड़ों पर हमला है।

कांग्रेस सांसद का कहना है कि विपक्ष सभी लोकतांत्रिक तरीकों से यह सुनिश्चित करेगा कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त निष्पक्ष बने रहें। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि विपक्ष मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार कर सकता है। यह बयान राजनीतिक हलकों में नए सियासी समीकरणों की ओर इशारा करता है।

संसद के अंदर भी विपक्षी दल लगातार इस मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं। मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होने के बाद से अब तक सदनों में कई बार कार्यवाही बाधित हो चुकी है। विपक्ष का साफ कहना है कि जब तक सरकार इस पर विस्तृत चर्चा नहीं कराती, वे आंदोलन जारी रखेंगे।