'वोट चोरी' और SIR के खिलाफ INDIA गठबंधन एकजुट, संसद परिसर में विपक्षी सांसदों का जोरदार प्रदर्शन

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमारी पार्टी का यह स्पष्ट रुख है कि हम पूरे देश में 'वोट चोरी', वोट में हेरफेर और वोट से छेड़छाड़ के खिलाफ माहौल बनाना चाहते हैं, क्योंकि यह जनता के साथ अन्याय है।

फोटो: @INCIndia
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नवजीवन डेस्क

बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) और बीजेपी तथा चुनाव आयोग के खिलाफ लगे 'वोट चोरी' के आरोपों को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी समेत इंडिया गठबंधन के सांसदों ने आज संसद परिसर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदार्शन में अखिलेश यादव, अभिषेक बनर्जी समेत अन्य इंडिया ब्लॉक सांसदों ने हिस्सा लिया।

किसने क्या कहा?

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे: "हमारी पार्टी का यह स्पष्ट रुख है कि हम पूरे देश में 'वोट चोरी', वोट में हेरफेर और वोट से छेड़छाड़ के खिलाफ माहौल बनाना चाहते हैं, क्योंकि यह जनता के साथ अन्याय है। अगर वे इस तरह की चोरी करके सिंहासन पर बैठते हैं, तो यह लोकतंत्र के लिए लाभकारी नहीं है। यह संविधान की हत्या है।"

लोकसभा सांसद मणिकम टैगोर: "चुनाव का रवैया स्वीकार्य नहीं है। ज्ञानेश कुमार और अन्य अब एकतरफा हो गए हैं। उन्होंने बीजेपी की भाषा बोलनी शुरू कर दी है, जो देश के लिए बहुत खतरनाक है। यह 16वां दिन है कि हम SIR और वोट चोरी पर चर्चा चाहते हैं, लेकिन सरकार घमंडी है और तैयार नहीं है।"

कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला: "वोट चोरी के मुद्दे पर एक जन आंदोलन चल रहा है। राहुल गांधी की यात्रा जारी है। अब यह मुद्दा जनता के बीच गहराई तक पहुंच गया है और इसका असर बड़ा होने वाला है। अभी भी चुनाव आयोग के पास समय है कि वह समझे और इसे सुधार ले।"

संसद में SIR समेत अन्य मुद्दों पर विपक्ष का हंगामा

बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर विपक्षी दलों के सांसदों के विरोध प्रदर्शन के चलते लोकसभा की बैठक शुरू होने के 22 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।

कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने एसआईआर के मुद्दे पर नारेबाजी शुरू कर दी। अध्यक्ष बिरला ने हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से कार्यवाही चलने देने का आग्रह करते हुए कहा कि दुनिया में केवल भारत की संसद ही ऐसी जगह है जहां एक समय में 22 भाषाओं में अनुवाद की सुविधा उपलब्ध है।

उन्होंने शोर-शराबे के बीच ही प्रश्नकाल शुरू कराया और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कुछ सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए। हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष बिरला ने सदन की बैठक 11 बजकर 22 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।

बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) समेत विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के चलते राज्यसभा की बैठक भी शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में आज भी शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं हो पाया।

बैठक शुरू होने पर उपसभापति हरिवंश ने आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए। इसके बाद उन्होंने बताया कि उन्हें सदन का नियत कामकाज स्थगित कर चार विषयों पर चर्चा कराने के लिए नियम 267 के तहत 20 नोटिस मिले हैं।

उन्होंने बताया कि इनमें से कोई भी नोटिस नियमों के अनुसार उपयुक्त नहीं पाया गया, अत: उन्हें अस्वीकार कर दिया गया। विपक्षी सदस्यों ने नोटिस खारिज किए जाने पर कड़ा विरोध जताया और हंगामा करने लगे। हंगामा थमते न देख उपसभापति ने 11 बजकर आठ मिनट पर बैठक को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।


SIR विवाद का बढ़ता राजनीतिक असर

उधर, बिहार में एसआईआर और 'वोट चोरी' के खिलाफ कांग्रेस की 'वोटर अधिकार यात्रा' का आज तीसरा दिन है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इस यात्रा को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसे जनता का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। इस यात्रा में बड़ी संख्य में लोग शामिल हो रहे हैं। जाहिर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में इसका असर देखने को मिल सकता है।