LAC पर भारत-चीनी सैनिक फिर आमने-सामने, आधी रात को गोलीबारी! जानें पेंगोंग के पास क्या हुआ?

चीन ने दावा किया है भारतीय सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चेतावनी के लिए फायरिंग की। खबरों के मुताबिक, चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा कि चीनी सीमा रक्षकों को हालात को काबू में करने के लिए जवाबी कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। खबरों के मुताबिक, पूर्वी लद्दाख में पेंगोंग के पास बीती रात फिर भारत और चीन के सैनिक फिर आमने सामने हुए हैं। खबरों में कहा जा रहा है कि पहले चीनी सैनिकों ने फायरिंग की, जिसका भारतीय सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। इस फायरिंग में किसी किसी के हतात होने की खबर नहीं है।

खबरों के मुताबिक, काला टॉप और हेल्मेट टॉप समेत पैंगोंग इलाके के कई हिस्सों में भारतीय सेना की मौजूदगी है, जो रणनीतिक तौर पर बेहद अहम है। कहा जा रहा है यही वह है कि चीनी सेना बौखला हुई और उसकी इस इलाके पर नजर है। खबरों के मुताबिक, बौखलाहट में चीनी सेना सोमवार की रात को बॉर्डर पर आगे बढ़ने लगी। इसी दौरान भारतीय सेना की ओर से वार्निंग शॉट (चेतावनी के लिए हवा में फायरिंग) दागे गए, जिसके बाद चीनी सेना के जवान पीछे हटे। कहा जहा रहा कि इसके बाद चीनी सेना की ओर से गोलीबारी की गई, जिसका भारतीय सेना ने जवाब दिया।


उधर, चीन ने दावा किया है भारतीय सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चेतावनी के लिए फायरिंग की है यानी वार्निंग शॉट्स फायर किए हैं। खबरों के मुताबिक, चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा कि चीनी सीमा रक्षकों को हालात को काबू में करने के लिए जवाबी कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा। चीन ने कहा कि हम भारतीय पक्ष से अपील करते हैं कि इस तरह के कदम न उठाए। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब कल भारत और चीन के बीच विदेश मंत्री स्तर की वार्ता होने वाली है। हालांकि भारत की तरफ से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

गौरतलब है कि गुरुवार को विदेश मंत्रालय की रुटीन प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों के जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था कि चीन की तरफ से यथा स्थ‍िति बदलने के लिए की गई एकतरफा कार्रवाई से तनाव बढ़ा है। उन्होंने कहा कि मुद्दों को सुलझा कर आगे बढ़ने का एक ही तरीका है, बातचीत का, कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर। विदेश मंत्रालय के प्रवक्त ने बताया कि वहां पर ग्राउंड कमांडरों की बातचीत चल रही है। दोनों देशों के विदेश मंत्रियों और विशेष, प्रतिनिधियों के बीच जो सहमति बनी थी कि जिम्मेदार तरीके से सीमा के मसले को सुलझाएं।

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Published: 08 Sep 2020, 8:51 AM