उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू में अभी और वक्त लगेगा, बाधा के चलते फिर रुका ड्रिलिंग का काम

अभी टनल में नौवां पाइप ड्रिल किया जा रहा है। एनएचआईडीसीएल के महाप्रबंधक कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि मशीन के आगे बार-बार लोहे की चीजें आने से ड्रिलिंग रोकनी पड़ी है। अभी तक 47 मीटर तक ड्रिलिंग हुई है। करीब दस मीटर तक और ड्रिलिंग शेष है।

उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू में अभी और वक्त लगेगा, बाधा के चलते फिर रुका ड्रिलिंग का काम
उत्तरकाशी टनल में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू में अभी और वक्त लगेगा, बाधा के चलते फिर रुका ड्रिलिंग का काम
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नवजीवन डेस्क

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा टनल हादसे के 13वें दिन शुक्रवार को एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन तकनीकी बाधा के कारण रुक गया है। मिली जानकारी के अनुसार, किसी तरह की बाधा आ जाने के कारण 47 मीटर पर ड्रिलिंग एक बार फिर रूक गई है। एक बार फिर ऑगर मशीन लाई जा रही है, जिससे फिर से ड्रिलिंग शुरू होगी।

दरअसल, टनल में नौवां पाइप ड्रिल किया जा रहा है। लेकिन, कुछ परेशानियों के कारण ड्रिलिंग रोक दिया गया है। एनएचआईडीसीएल के महाप्रबंधक कर्नल दीपक पाटिल ने बताया कि मशीन के आगे बार-बार लोहे की चीजें आने से कार्य प्रभावित हो रहा है। अभी 47 मीटर तक ड्रिलिंग हुई है। करीब दस मीटर तक और ड्रिलिंग शेष है।


सिल्क्यारा टनल के बाहर तमाम विशेषज्ञ और रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी सभी एजेंसी के तमाम अधिकारी और कर्मी लगातार सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने में जुटे हैं। लेकिन, एक बार फिर ड्रिलिंग में बाधा आ जाने के कारण ड्रिलिंग रोकनी पड़ी है। इस वजह से अंदर फंसे मजदूरों के बाहर निकलने में अभी और वक्त लग जाएगा।

दूसरी तरफ सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सिलक्यारा पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत चुनौतीपूर्ण और जोखिम भरा रेस्क्यू अभियान है। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में टीमें पूरी दक्षता और क्षमता से लगी हुई हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही सभी फंसे हुए मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा।

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