दिल्ली के तुर्क गेट से हवाला कारोबारी गिरफ्तार, घाटी भेजता था पैसे, अल बद्र-लश्कर-ए-तैयबा का था हाथ

अधिकारी ने कहा कि 18 अगस्त को केंद्रीय एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस से एक व्यक्ति के बारे में सूचना मिली थी जो आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण में लिप्त था और दिल्ली के मीना बाजार से ही संचालित हो रहा था।

फोटो: सोशल मीडिया
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आईएएनएस

दिल्ली पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में केंद्रीय एजेंसियों की मदद से आतंकी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा और अल-बद्र को फंडिंग करने के आरोप में एक हवाला ऑपरेटर को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मोहम्मद यासीन के रूप में हुई है।

स्पेशल सेल के डीसीपी एचजीएस धालीवाल ने कहा, "एसीपी ललित मोहन नेगी और हृदय भूषण के तहत इंस्पेक्टर सुनील कुमार राजैन और रविंदर जोशी एक सूचना पर काम कर रहे थे। उन्होंने दिल्ली के तुर्कमान गेट के निवासी यासीन को पकड़ा। वह आतंकी संगठनों लश्कर और अल-बद्र के फंडिंग से संबंधित हवाला लेनदेन में एक एजेंट के रूप में काम कर रहा था।

17 अगस्त को, यासीन ने जम्मू-कश्मीर के एक आतंकी ऑपरेटिव अब्दुल हमीद मीर को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में आगे उपयोग के लिए लगभग 10 लाख रुपये दिए। इस संबंध में, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक मामला दर्ज किया और जम्मू से अब्दुल हमीद मीर को गिरफ्तार किया था।"

अधिकारी ने कहा कि 18 अगस्त को केंद्रीय एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस से एक व्यक्ति के बारे में सूचना मिली थी जो आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण में लिप्त था और दिल्ली के मीना बाजार से ही संचालित हो रहा था।

सूचना मिलने के बाद मीना बाजार व आसपास के इलाके में छापेमारी कर टीम गठित कर दी गई। यासीन को आखिरकार पकड़ लिया गया। पुलिस ने बताया कि उसके पास से सात लाख रुपये नकद और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। अधिकारी ने कहा, "यासीन पेशे से एक कपड़ा व्यापारी है और मीना बाजार से काम कर रहा था। उसने हवाला के पैसे के एक माध्यम के रूप में काम किया, विदेशों में स्थित स्रोतों से प्राप्त धन एकत्र किया और आगे जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गुर्गों को वितरित किया।"

पूछताछ में यासीन ने पुलिस को बताया कि हवाला का पैसा दक्षिण अफ्रीका के रास्ते सूरत और मुंबई भेजा जा रहा था। यासीन इस हवाला श्रृंखला में दिल्ली की कड़ी थी और दिल्ली से इस राशि को अलग-अलग कोरियर के माध्यम से जम्मू-कश्मीर में स्थानांतरित कर दिया गया था। यह राशि आगे जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर और अल-बद्र के गुर्गों को दी जाती है।

"यासीन भारत के विभिन्न हिस्सों से जम्मू-कश्मीर तक धन पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी था। हाल ही में, उसे दक्षिण अफ्रीका से हवाला के माध्यम से भेजे गए 24 लाख रुपये मिले, जिसमें से उसने जम्मू-कश्मीर में दो अलग-अलग कोरियर के माध्यम से आतंकवादी गुर्गों को 17 लाख रुपये हस्तांतरित किए। गिरफ्तार आरोपी अब्दुल हामिद मीर को उसके द्वारा 10 लाख रुपये दिए गए थे। यह 10 लाख रुपये जम्मू-कश्मीर ने जब्त कर लिया था, जबकि शेष 7 लाख रुपये तलाशी के दौरान उसके घर से बरामद किए गए थे।"

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