तमिलनाडु में जानलेवा बनी जल्लीकट्टू की परंपरा, सांड ने दो लोगों को कुचलकर मार डाला

तमिलनाडु में पोंगल उत्सव के दौरान जल्लीकट्टू का आयोजन होता है। पोंगल तमिलनाडु का सबसे बड़ा फसल उत्सव है और नए तमिल वर्ष के आगमन का प्रतीक है। तमिलनाडु राज्य के कई जिलों में जल्लीकट्टू के कई छोटे-बड़े आयोजन होते हैं, जिनमें लोगों की भारी भागीदारी होती है।

तमिलनाडु में जल्लीकट्टू के दौरान सांड ने दो लोगों को कुचलकर मार डाला
तमिलनाडु में जल्लीकट्टू के दौरान सांड ने दो लोगों को कुचलकर मार डाला
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नवजीवन डेस्क

तमिलनाडु में नए तमिल वर्ष के आगमन पर मनाए जाने वाले उत्सव पोंगल के मौके पर राज्य भर में जल्लीकट्टू के आयोजन की परंपरा इस बार जानलेवा साबित हुई है। शिवगंगा जिले के सिरावायल में बुधवार को जल्लीकट्टू के दौरान एक सांड ने दो लोगों को कुचलकर मार डाला।

शिवगंगा जिले के सिरावायल में आज जल्लीकट्टू के दौरान जिन दो लोगों की मौत हुई है उसमें एक 11 वर्षीय लड़का और एक 30 वर्षीय व्यक्ति शामिल है। जल्लीकट्टू आयोजन के दौरान कार्यक्रम स्थल के प्रवेश बिंदु के पास एक गुस्सैल सांड ने उन्हें कुचलकर घायल कर दिया, जिससे दोनों वहीं गिर पड़े।


सांड के हटने के बाद भीड़ में से लोगों ने कूद कर दोनों को वहां से हटाया और तुरंत दोनों को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। इस घटना से सिरावायल में जल्लीकट्टू का जश्न मातम में बदल गया। दोनों मृतकों के परिवार में मातम का सन्नाटा पसर गया है।

तमिलनाडु में पोंगल उत्सव के दौरान जल्लीकट्टू या बैल को वश में करने का आयोजन किया जाता है। पोंगल तमिलनाडु का सबसे बड़ा फसल उत्सव है और एक नए तमिल वर्ष के आगमन का प्रतीक है। तमिलनाडु राज्य के कई जिलों में जल्लीकट्टू के कई छोटे-बड़े आयोजन होते हैं, जिनमें लोगों की भारी भागीदारी होती है।

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