जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर फिर से भारी वाहनों की आवाजाही शुरू, फलों से लदे ट्रक रवाना
राजमार्ग के कुछ हिस्सों पर मलबा हटाने और मरम्मत कार्य के बाद प्रशासन ने यह निर्णय लिया, जिससे लंबे समय से इंतजार कर रहे ट्रक चालकों और किसानों को बड़ी राहत मिली है।

जम्मू-कश्मीर के जीवनरेखा कहे जाने वाले श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर आज से एक बार फिर भारी वाहनों की आवाजाही बहाल कर दी गई है। राजमार्ग के बंद होने के चलते कई दिनों से फंसे फलों और अन्य खराब होने वाली वस्तुओं से लदे ट्रक आज सुबह से काज़ीगुंड से जम्मू की ओर रवाना होने लगे हैं।
राजमार्ग के कुछ हिस्सों पर मलबा हटाने और मरम्मत कार्य के बाद प्रशासन ने यह निर्णय लिया, जिससे लंबे समय से इंतजार कर रहे ट्रक चालकों और किसानों को बड़ी राहत मिली है।
एसएसपी ट्रैफिक (कश्मीर-ग्रामीण), रविंदर पॉल सिंह ने जानकारी दी कि, "हमने आज यातायात बहाल कर दिया है। फलों सहित खराब होने वाली वस्तुओं से लदे ट्रकों को यहाँ से जम्मू की ओर भेज दिया गया है। ट्रक चालकों से अपील है कि वे लेन में ही चलें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें। हमारा लक्ष्य है कि आज अधिकतम संख्या में ट्रकों को सुरक्षित निकाला जाए।"
बारिश और भूस्खलन के कारण राजमार्ग के कई हिस्सों में मलबा और टूट-फूट की स्थिति बन गई थी, जिसकी वजह से भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी। हल्के वाहनों को कुछ सीमित समय के लिए अनुमति दी गई थी, लेकिन मालवाहक ट्रक खासकर फल और सब्ज़ी लेकर जा रहे वाहनों को रोक दिया गया था।
यह राजमार्ग न केवल जम्मू-कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ता है, बल्कि सेब, नाशपाती, प्लम जैसे फलों की आपूर्ति के लिए भी अहम भूमिका निभाता है। मौजूदा समय में फल मंडियों में भारी दबाव था, क्योंकि ट्रकों की आवाजाही ठप होने से फल खराब होने की आशंका थी।
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