झारखंड: राहुल गांधी के कहने पर इस महिला ने सियासत में रखा कदम, UPSC की तैयारी छोड़ लड़ी चुनाव, बन गई विधायक

अंबा प्रसाद ने बताया कि दिल्ली में वे पिता की रिहाई को लेकर राहुल गांधी से मिली थीं। उस समय उन्होंने राहुल गांधी से केस लड़ने के लिए अच्छा वकील मुहैया कराने का आग्रह किया था। राहुल गांधी ने इस दौरान कहा था कि कांग्रेस पार्टी के लिए काम कीजिए।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

झारखंड विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद राज्य में कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। इस चुनाव में कई इतिहास बने हैं। चुनाव के नतीजों के बाद पूरे प्रदेश में कांग्रेस नेता अंबा प्रसाद जो कि अब विधायक बन गई हैं, उनकी चर्चा हो रही है। राहुल गांधी के कहने पर अंबा प्रसाद ने प्रदेश की राजनीति में कदम रखा और अब विधायक बन गई हैं। हजारीबाग के बड़कागांव विधानसभा सीट से कांग्रेस की 28 साल की महिला उम्मीदवार अंबा प्रसाद ने चुनाव जीत कर इतिहास रच दिया। वो इस बार विधानसभा चुनाव जीतने वाली इकलौती अविवाहित महिला हैं। साथ ही वो 2019 में झारखंड चुनाव में सबसे कम उम्र की विधायक बनने का इतिहास भी रचा है। अंबा प्रसाद ने आजसू के रोशनलाल चौधरी को 30,140 मतों से हराया है।

झारखंड विधानसभा चुनाव में बड़कागांव सीट से अपने पिता, माता के बाद अब उनकी 31 वर्षीय बेटी अंबा प्रसाद परिवार से तीसरी विधायक बनी हैं। वह सबसे कम उम्र की विधायक चुनी गई हैं। उनके पिता योगेंद्र प्रसाद साव वर्ष 2009 में इसी सीट से जीते थे और 2013 में हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री बने थे, लेकिन नक्सलियों से संबंध प्रकाश में आने के बाद उन्हें वर्ष 2014 में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

अपने खिलाफ लंबित मामलों के चलते प्रसाद विधानसभा चुनाव की दौड़ से बाहर हो गए। बड़कागांव सीट से उनकी पत्नी निर्मल देवी ने 2014 के चुनाव में जीत हासिल की थीं। उन पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं।


2016 में बड़कागांव स्थित सरकारी बिजली जनरेटर एनटीपीसी के लिए भूमि अधिग्रहण का ग्रामीण विरोध कर रहे थे। प्रसाद ने इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। प्रदर्शन के दौरान हुई पुलिस की गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो गई थी। विधायक प्रसाद को जेल भेज दिया गया।

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने इस जुझारू दंपति की बेटी अंबा प्रसाद को टिकट दिया। अंबा ने ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (आजसू) के उम्मीदवार रोशनलाल चौधरी को 31 हजार वोटों के अंतर से हराया। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव में अंबा के लिए रैली की थी। परिजनों का आरोप है कि रघुवर दास सरकार ने साव परिवार के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करवाए थे।

कफन सत्याग्रह के दौरान माता-पिता को जेल भेज दिया गया तो अंबा प्रसाद दिल्ली में UPSC की पढ़ाई बीच में ही छोड़कर घर लौट गईं। घर लौट कर अंबा प्रसाद ने हजारीबाग कोर्ट में ही वकालत शुरू कर दी और माता-पिता और भाई पर दर्ज मुकदमों को उन्होंने देखना शुरू कर दिया

अंबा प्रसाद ने एक इंटरव्यू में बताया कि दिल्ली में वो पिता की रिहाई को लेकर राहुल गांधी से मिली थीं। उस समय उन्होंने राहुल गांधी से केस लड़ने के लिए अच्छा वकील मुहैया कराने का आग्रह किया था। इस दौरान वो कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंधवी और सलमान खुर्शीद जैसे लोगों से भी मिली। इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि राहुल गांधी को जब मेरे पिता के बारे में पूरी जानकारी हो गई तो उन्होंने मुझे दिल्ली में कानूनी मदद उपलब्ध करवाई। साथ ही कहा कि कांग्रेस पार्टी के लिए काम करो। अंबा प्रसाद ने पार्टी के लिए काम शुरू कर दिया। विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस पार्टी टिकट दिया और वह चुनाव जीत गईं।


झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन ने स्पष्ट जनादेश हासिल किया है। कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 16 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि गठबंध ने कुल 47 सीटें जीती हैं, जो बहुमत से 6 ज्यादा हैं। 81 विधानसभा सीटों पर झारखंड विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा है 41 है।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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Published: 25 Dec 2019, 10:19 AM