JNU में फीस को लेकर बवाल, पुलिस और प्रदर्शनकारी छात्रों में भीषण भिड़ंत, देखें वीडियो

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्रों ने सोमवार को फीस बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों की मांग है कि प्रशासन फीस बढ़ोतरी समेत कई अहम घोषणाओं को वापस लिया जाए। छात्रों ने वाइस चांसलर के खिलाफ जेएनयू कैंपस के बाहर प्रदर्शन भी किया।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्रों ने सोमवार को फीस बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों की मांग है कि प्रशासन फीस बढ़ोतरी समेत कई अहम घोषणाओं को वापस लिया जाए। छात्रों ने वाइस चांसलर के खिलाफ जेएनयू कैंपस के बाहर प्रदर्शन भी किया। विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने उन पर पानी की बौछारें की। यह विरोध प्रदर्शन ऐसे समय में हुआ है, जब सोमवार को विश्वविद्यालय में तीसरे दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है। इस समारोह को संबोधित करने के लिए उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' को आमंत्रित किया गया था। जब नायडू परिसर से चले गए, तब पोखरियाल समारोह में छात्रों को संबोधित कर रहे थे।

छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए भारी संख्या में सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं। प्रदर्शन कर रहे कुछ छात्रों को जवानों ने टांगकर बस में बैठाया है। बाद में प्रदर्शन को बढ़ता देख छात्रों का खदेड़ने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। जेएनयू के छात्रों का कहना है कि जब उनकी फीस में कटौती की मांग को स्वीकार नहीं किया जा रहा तो उन्हें दीक्षांत समारोह मंजूर नहीं है। हॉस्टल फीस बढ़ोतरी का मामला यूनिवर्सिटी में काफी आगे बढ़ चुका है और इसका कोई हल नहीं निकला जा रहा है।


प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने दीक्षांत समारोह का बहिष्कार करने के साथ प्रशासन से हॉस्टल ड्राफ्ट मैनुअल और फीस वृद्धि को पहले जैसा करने की मांग की। बता दें कि जेएनयू प्रशासन ने अपने हालिया निर्देशों में छात्रावास, मेस और सुरक्षा फीस में 400 प्रतिशत की वृद्धि की है। इसके साथ ही नए निर्देश में छात्रावास आने-जाने की समय सीमा भी सीमित कर दी गई है।

छात्रों की मांग है कि हॉस्टल में कोई सर्विस चार्ज ना लिया जाए, ना ही हॉस्टल में कोई ड्रेस कोड लागू किया जाए। इसके अलावा छात्रों की मांग है कि हॉस्टल में आने-जाने के टाइम की पाबंदी को खत्म किया जाए।

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