बिहार में ‘जंगल राज’, सुरक्षा और पीने का पानी नहीं मिलता, लेकिन आसानी से मिलती है शराब: कांग्रेस
विक्रांत भूरिया ने दावा किया कि हत्या की इस घटना को अंजाम देने वाले शराब के नशे में थे और यह उस राज्य की हालत है जहां शराब प्रतिबंधित है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में ‘जंगल राज’ और ‘गुंडाराज’ है और एनडीए सरकार में राज्य भारत की क्राइम कैपिटल बन गया है।

अखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने पूर्णिया में पिछले दिनों हुई एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या की घटना का हवाला देते हुए सोमवार को राज्य की एनडीए सरकार में ‘जंगलराज’ होने का आरोप लगाया और दावा किया कि प्रदेश में पीने का पानी और सुरक्षा नहीं मिल रही है, लेकिन शराब आसानी से मिल रही है।
आदिवासी कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने हाल में पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की पीड़ितों के संबंधियों से फोन पर बात भी करवाई थी। उन्होंने कहा कि इस घटना के दोषियों को सजा दिलाने के साथ ही अंधविश्वास और ‘मॉब लिंचिंग (भीड़ द्वारा पीट पीटकर मार देना)’ जैसे अपराधों की रोकथाम के लिए कठोर कानूनों का इस्तेमाल हो और शराब की बिक्री रोकी जाए।
विक्रांत भूरिया ने आज कहा, ‘‘राहुल गांधी जी के निर्देश पर हम पूर्णिया गए और व्यक्तिगत रूप से उस परिवार से मिले, लेकिन वहां जो हमने देखा, वो बहुत दुखद था। पूरा का पूरा गांव खाली हो गया है, वहां डर का माहौल है। राहुल गांधी जी ने स्वयं पीड़ितों के परिजन से बात की।’’ उन्होंने सवाल किया कि यदि राहुल गांधी को बिहार के उस परिवार की चिंता है तो बिहार में बैठे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिंता क्यों नहीं है?
आदिवासी कांग्रेस के प्रमुख ने दावा किया कि हत्या की इस घटना को अंजाम देने वाले शराब के नशे में थे और यह उस राज्य की स्थिति है जहां शराब प्रतिबंधित है। भूरिया ने आरोप लगाया कि बिहार में लोगों को पीने का पानीं नहीं मिल रहा है और न ही सुरक्षा मिल रही है, लेकिन शराब जरूर आसानी से मिल रही है। उन्होंने दावा किया कि बिहार में ‘जंगल राज’ और ‘गुंडाराज’ है और एनडीए की सरकार में यह राज्य भारत की ‘क्राइम कैपिटल (अपराध की राजधानी)’ बन गया है।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या इस देश में आदिवासियों की जान की कोई कीमत नहीं है? बिहार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं? यहां अपराधियों के मन में पुलिस और सरकार का खौफ क्यों नहीं है? आखिर बिहार में अपराधियों को संरक्षण क्यों दिया जा रहा है? बीजेपी सरकार में अंधविश्वास को बढ़ावा क्यों दिया जाता है? बीजेपी सरकार में शिक्षा और सुरक्षा पर बात क्यों नहीं होती है?’’
विक्रांत भूरिया ने कहा, ‘‘पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और स्थायी सुरक्षा मिले, दोषियों को सजा दी जाए। बिहार सरकार अंधविश्वास, जातीय हिंसा, मॉब लिंचिंग पर कठोर नियम लागू करे, ताकि आगे से ऐसी घटनाएं ना हों। बिहार में शराबबंदी होने के बाद भी वहां शराब कैसे मिल रही है, सरकार इसपर रोक लगाए। बिहार के अलावा, अन्य बीजेपी शासित राज्यों में आदिवासियों से उनकी जमीनें छीनी जा रही हैं और बड़े-बड़े अरबपतियों को सौंपी जा रही हैं। हमें आदिवासियों के साथ खड़े हैं, उनकी लड़ाई लड़ेंगे।’’
बता दें कि बीते छह जुलाई को पूर्णिया जिले में जादू-टोना करने के संदेह में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी और उनके शवों को जला दिया गया था। पुलिस ने सोमवार को बताया कि इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia